अमेरिकी खुफिया मदद से यूक्रेन ने रूस को पहुंचाया बड़ा नुकसान, खुद CIA ने बनाया जेलेंस्की का सुरक्षा घेरा!
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि सीआईए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की सुरक्षा के लिए खुफिया जानकारी जुटा रही है और यूक्रेन के साथ लगातार चर्चा कर रही है।
रूस यूक्रेन युद्ध को दो महीने से अधिक समय हो गया है। पश्चिम की मदद से यूक्रेन ने पुतिन की सेना को पीछे हटने पर मजबूर किया है। यह मदद सिर्फ हथियारों और सैन्य उपकरण तक सीमित नहीं है। अमेरिका यूक्रेन को रूस की रणनीति के बारे में इंटेलिजेंस मुहैया करवा रहा है। एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी जासूसों की मदद से यूक्रेन ने अब तक पुतिन के 8 जनरलों, 36 कर्नलों और 300 अधिकारियों को मार गिराया है। खबरों की मानें तो पिछले हफ्ते युद्ध में रूस के 35वें कर्नल की मौत हुई है।
द सन की खबर के अनुसार वेस्टर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट की सैपर रेजिमेंट के कमांडर कर्नल मिखाइल नागमोव की 13 अप्रैल को यूक्रेन में मौत हो गई। इसके अलावा 8वीं कंबाइंड आर्म्स आर्मी के डेप्युटी कमांडर मेजर जनरल व्लादिमीर फ्रोलोव इस महीने की शुरुआत में यूक्रेन में मारे जाने वाले आठवें जनरल थे। माना जा रहा है कि पुतिन का 'युद्ध का फैसला' अब तक 20,000 से अधिक सैनिकों की जान ले चुका है। अमेरिका अधिकारियों ने एबीसी न्यूज को बताया कि अमेरिकी खुफिया मदद के चलते यूक्रेन पुतिन की सेना पर बढ़त हासिल कर पाया है।
हमले से पहले यूक्रेन को चल जाता था पता
खबर के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन को उन जगहों और समय की जानकारी मुहैया करवाई जहां रूसी सेना हमला करने वाली थी। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'शुरुआत से ही, हम यूक्रेन के साथ रणनीतिक और कार्रवाई करने के लिए खुफिया जानकारी साझा कर रहे हैं। यह रणनीतिक और योजनापूर्ण, दोनों तरह से असरदार रहा है। ऐसे कई उदाहरण हैं जो बताते हैं कि इससे एक बड़ा अंतर आया है।'
सैटेलाइट तस्वीरें और दुश्मन की लोकेशन
एक पूर्व वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने एनबीसी को बताया कि सूचनाएं सैटेलाइट तस्वीरों के रूप में भी होती थीं। इसके अलावा कई तरह की खुफिया जानकारी होती थी, जैसे- मौजूदा समय में रूसी यूनिट कहां सक्रिय है। एक दूसरे अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि इसकी मदद से यूक्रेन अपने एयर डिफेंस और एयरक्राफ्ट को आगे बढ़ाने में मदद मिली, कई बार तो सिर्फ कुछ ही मिनट पहले ही फैसले लिए गए। इसका जमीन पर रूसी सेना की क्षमता पर गहरा असर पड़ा।
सीईए देख रही जेलेंस्की की सुरक्षा
अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका की ओर से शेयर की गई सूचनाओं का इस्तेमाल करके यूक्रेन कीव से 30 मील दूर होस्टोमेल एयरपोर्ट की ओर जा रहे रूसी विमान पर हमला करने में कामयाब हुआ। इन हमलों ने युद्ध में पुतिन के सैनिकों को कमजोर करने में बड़ी भूमिका निभाई। बाद में उन्हें आगे बढ़ने के लिए सड़क मार्गों का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि सीआईए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की सुरक्षा के लिए खुफिया जानकारी जुटा रही है और यूक्रेन के साथ लगातार चर्चा कर रही है।