महिलाओं को लंबे समय तक घूरने वालों को ब्रिटेन पुलिस ने चेतावनी
मार्च 2019 में 361 मामले थे वहीं अब 2020-2021 मार्च तक, यौन अपराधों की 995 रिपोर्ट दर्ज की गईं.
किसी भी पब्लिक प्लेस पर महिलाओं को घूरने वाले लोग हमारे देश में आम हैं. लेकिन UK में भी ऐसे सरफिरों की कमी नहीं है. इसलिए ब्रिटिश ट्रांसपोर्ट पुलिस (BTP) की एक वरिष्ठ अधिकारी, डेट सुप्ट सारा व्हाइट ने उन संदिग्ध लोगों के लिए चेतावनी जारी की है, जिनके घूरने से वह दूसरे जेंडर के लोगों को असहज कर देते हैं.
यौन व्यवहार को दिखाता है घूरना
डीएस व्हाइट ने द टेलीग्राफ को बताया, 'चीजों को घूरना मानव स्वभाव है. हालांकि, यह बहुत अलग है जब कोई किसी इंसान को घूर रहा हो, अगर वह कहता है कि यह नॉर्मल है तो वह झूठ बोल रहा है, क्योंकि यह या अजीब तरह का यौन व्यवहार ही है.' उन्होंने आगे कहा, 'हम उस घूरने की आदत के बारे में जानना चाहते हैं क्योंकि यही वह व्यवहार है जो मुझे बताता है कि कोई व्यक्ति किसी दूसरे जेंडर को लेकर कैसी सोच रखता है.'
इस तरह के अपराधों पर होगी कार्यवाई
उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के अपराधों को अब दर्ज किया जाएगा, वह बोलीं, 'इस तरह के मामलों में हमाने कई बार मुकदमा चलाया है. अब ये ज्यादा किया जाएगा.' रिपोर्ट के अनुसार, डीएस व्हाइट ने कहा कि पिछले महीने ट्रांसपोर्ट फॉर लंदन द्वारा उत्पीड़न के 'सामान्य मामलों' पर जागरूकता बढ़ाने के लिए शुरू किए गए एक अभियान के बाद कई बातें सामने आई हैं. महिलाओं ने बताया है कि उनके साथ अपस्कर्टिंग, कैट कॉलिंग और सबके बीच उनकी प्राइवेसी पर बात करने जैसी घटनाएं होना आम बात है.
कैसे शुरू हुआ ये अभियान
आपको बता दें कि इस अभियान में पहले हिस्से में, ट्रेनों पर पोस्टर लगाए गए थे, जिसमें कहा गया था, 'घूरना यौन उत्पीड़न है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.' हालांकि, घूरने को इस तरह अपराध में शामिल करने के लिए अभियान की कड़ी आलोचना की गई थी.
बढ़े हैं उत्पीड़न के मामले
द टेलीग्राफ ने ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स (ONS) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि कोविड लॉकडाउन खत्म होने के बाद से ब्रिटन के परिवहन नेटवर्क में यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट में 175 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. मार्च 2019 में 361 मामले थे वहीं अब 2020-2021 मार्च तक, यौन अपराधों की 995 रिपोर्ट दर्ज की गईं.