काबुल एयरपोर्ट पर परिवार से बिछड़ा दो महीने का नवजात बच्चा मिला, पहुंचा रिश्तेदारों तक

अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिका (America) की वापसी के दौरान एक बच्चे को अमेरिकी सैनिक को सौंपने की तस्वीर वायरल हुई थी.

Update: 2022-01-10 15:01 GMT

अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिका (America) की वापसी के दौरान एक बच्चे को अमेरिकी सैनिक को सौंपने की तस्वीर वायरल हुई थी. इस तस्वीर में नवजात को कंटीले तारों की दूसरी तरफ खड़े सैनिक को सौंपा जा रहा है. वहीं, अब ये बच्चा मिल गया है और इसे उसके परिवार से मिलवा दिया गया है. सोहेल अहमदी का ये बच्चा सिर्फ दो महीने का था, जब ये काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पर 19 अगस्त को लापता हो गया था. दरअसल, अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) की वापसी के बाद से ही लोग अफरा-तफरी के बीच देश छोड़कर भाग रहे थे.

सोहेल अहमदी (Sohail Ahmadi) को 29 वर्षीय एक टैक्सी ड्राइवर ने एयरपोर्ट पर देखा और उसे अपने घर ले गया. उसका इरादा बच्चे को अपनी संतान के तौर पर पालने का था. सात सप्ताह से अधिक की बातचीत, दलीलों के बाद और तालिबान पुलिस की हिरासत में रहने के बाद सफी ने शनिवार को बच्चे को उसके दादा और अन्य रिश्तेदारों को वापस सौंप दिया. बच्चे का परिवार अभी भी काबुल में रहता है. उन्होंने कहा कि वे अब बच्चे को उसके माता-पिता और भाई-बहनों के साथ फिर से मिलवाने की कोशिश करेंगे. बच्चे के माता-पिता अगस्त में युद्धग्रस्त मुल्क को छोड़कर अमेरिका चले गए थे.
पिता ने बताया कैसे बिछड़ा उनका बच्चा
वहीं, बच्चे के पिता मिर्जा अली अहमदी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि अफगानिस्तान छोड़ने के दौरान उन्हें डर था कि बच्चा एयरपोर्ट की भीड़ में कुचला जा सकता है. इस हड़बड़ाहट में उन्होंने बच्चे को एक सैनिक को सौंप दिया था. पिता ने बताया कि उन्हें विश्वास था कि वो सैनिक एयरपोर्ट के भीतर पहुंचते ही बच्चों को उनको सौंप देगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तालिबान के लड़ाकों ने भीड़ को पीछे की ओर खदेड़ा और सभी लोग एयरपोर्ट के भीतर पहुंच गए. लेकिन बच्चे का कहीं अता-पता नहीं चला. मिर्जा अली अहमदी ने बताया कि अधिकारियों ने उनसे कहा कि बच्चे को बाहर निकाल लिया गया है और जल्द ही उनसे मिलवा दिया जाएगा.
हालांकि, मिर्जी अली का पूरा परिवार अफगानिस्तान से बाहर निकाल लिया गया और ये लोग टेक्सास के एक मिलिट्री बेस पर पहुंचे. लेकिन कई महीनों तक उन्हें अपने बेटे के बारे में कोई भी सुराग नहीं मिला. हालांकि, अब उम्मीद है कि बच्चा आखिरकर अपने परिवार से मिल पाएगा. यहां गौर करने वाली बात ये है कि अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के दौरान कई परिवारों को अपने प्रियजनों से जुदा होना पड़ा. इनमें से कई लोग अभी तक अपने प्रियजनों से नहीं मिल पाए हैं. अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावास के नहीं होने से इनकी मुसीबत और भी बढ़ गई है.


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