ट्रंप ने कहा- अमेरिका ने पर्यावरण की रक्षा करते हुए ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की हासिल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन, रूस और भारत जैसे देशों को वैश्विक वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
बता दें कि जून 2017 में ट्रंप ने पेरिस समझौते से हटने के अपने फैसले में कहा था कि इस समूह में रहने से ना केवल अमेरिका के खरबों डॉलर खर्च होंगे बल्कि नौकरियां भी खत्म होंगी। इतना ही नहीं तेल, गैस, कोयला और मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा था कि पेरिस समझौते से चीन और भारत जैसे देश सबसे अधिक लाभान्वित हो रहे हैं और यह अमेरिका के लिए अनुचित है।
गुरुवार की रैली में ट्रंप ने उन लोगों का भी मजाक उड़ाया, जो प्लास्टिक की जगह कागज का इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं। अपने भाषण में ट्रंप ने अमेरिकियों के लिए नौकरियों की भी बात की। उन्होंने कहा कि हाल ही में अमेरिकी श्रमिकों के बदले में विदेशी कर्मचारियों को रखने पर एक अर्ध-सरकारी कंपनी टेनेसी वैली अथॉरिटी के चेयरमैन को हटा दिया। इस फैसले के बाद उन्होंने सभी अमेरिकी श्रमिकों को काम पर वापस रख लिया।
ट्रंप ने आरोप लगाया कि उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन की आव्रजन योजना खतरनाक है। सीमाएं खत्म करने की बिडेन की योजना हत्यारों को देश में आने का मौका देगी। बता दें कि बिडेन ने बुधवार को एक रैली में कहा था कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे एक करोड़ दस लाख लोगों को नागरिकता देंगे।
मास्क पहनने वाले होते हैं ज्यादा संक्रमित
कोरोनावायरस को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप का एक बार फिर अजीबोगरीब बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि जो लोग हमेशा मास्क पहने रहते हैं, वे कोरोनावायरस से ज्यादा संक्रमित होते हैं। मियामी में एनबीसी न्यूज टाउन हाल में आयोजित एक प्रश्नोत्तरी में उन्होंने यह दावा किया। दरअसल, राष्ट्रपति से व्हाइट हाउस में 26 सितंबर को आयोजित उस इवेंट के बारे में पूछा गया था, जिसके बारे में माना जाता है कि इसमें मौजूद ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया सहित कई लोग संक्रमित हुए। इस इवेंट में शामिल अधिकांश मेहमानों ने मास्क नहीं पहन रखा था। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के निदेशक ने कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनना सबसे अच्छा है।
ट्रंप समर्थक बोले, अच्छी और बुरी नीतियों के बीच करना है चुनाव
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों का मानना है कि 2020 का चुनाव अच्छी और बुरी नीतियों के बीच चुनाव का मौका देता है। ट्रंप के हजारों समर्थक अपने नेता को देखने और सुनने के लिए गुरुवार को नार्थ कैरोलिना में एकत्र हुए थे। संक्रमण से उबरने के बाद ट्रंप की यह पहली चुनावी रैली थी। रैली में आए लोगों में से कई ने गर्भपात, धाíमक स्वतंत्रता, बंदूक रखने का अधिकार, अवैध आव्रजन और स्वास्थ्य देखभाल जैसे कई मुद्दों पर अपना पक्ष रखा और कहा कि इन्हीं कुछ प्रमुख मुद्दों को लेकर वे राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं।
अंशकालिक तौर पर अकाउंटेंट का काम करने वाली ब्रांडी क्राउस ने बताया, 'हमारे पास अच्छी नीतियां हैं और हमारे पास बुरी नीतियां भी हैं। इस वर्ष हमारे पास इसमें से चुनने का विकल्प है। उन्होंने एक बुरी नीति के रूप में गर्भपात पर डेमोक्रेटिक पार्टी के रुख का उदाहरण दिया। राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन ने हाइड संशोधन को निरस्त करने का समर्थन किया है, जिसमें गर्भपात के मेडिकल बीमे पर प्रतिबंध लगाया गया है। सीनेटर कमला हैरिस गर्भपात के अधिकारों की पक्षधर हैं। क्राउस ने कहा, यह इंसान की इरादतन हत्या है। ट्रंप की चुनावी रैली में उनके साथ आई उनकी छोटी बहन 'बोर्ड द ट्रंप ट्रेन' नारा लिखी नीली टी-शर्ट पहन रखी थी।
ट्रंप ने दी हैरिस को शुभकामना
डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से उपराष्ट्रपति पद की प्रत्याशी कमला हैरिस के स्टाफ के दो कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें शुभकामना दी है। ट्रंप ने कहा, 'मैं हैरिस के बारे में बहुत चिंतित हूं। आप लोगों ने सुना होगा कि उनके स्टाफ के दो लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। देखने हैं क्या होता है।'