खजाने की खोज चल रही, अरबपतियों के नाम चर्चा में...जानें सब कुछ

Update: 2022-09-30 07:57 GMT

DEMO PIC  | न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अमीर लोगों का एक ग्रुप, एक खजाने की खोज में खूब पैसे लगा रहे हैं. इस लिस्ट में बिल गेट्स, अमेजन के मालिक जेफ बेजोस, बिजनेसमैन और पॉलिटिशियन माइकल ब्लूमबर्ग जैसे अरबपतियों का नाम शामिल है. खजाने की खोज के लिए ट्रांसमीटर लगे हेलीकॉप्टर्स तक का इस्तेमाल किया जा रहा है.
खजाने की खोज ग्रीनलैंड के पश्चिमी तट पर की जा रही है. ग्रीनलैंड एक स्व-शासित देश है, लेकिन ऊपरी तौर पर उसपर डेनमार्क का कंट्रोल है. वैसे तो यह देश क्षेत्रफल के मामले में दुनिया का 12वां सबसे बड़ा देश है. लेकिन इसके 20 लाख वर्ग किलोमीटर के एरिया में चट्टान और बर्फ हैं.
जलवायु संकट की वजह से ग्रीनलैंड के बर्फीले पहाड़ काफी तेजी से पिघल रहे हैं. सदियों से बर्फ के अंदर दबे कुछ इलाके बाहर आ गए हैं. यह आपदा वैसे इन्वेस्टर्स और माइनिंग कंपनियों के लिए बड़ा अवसर लेकर आया है, जो ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन में मददगार बहुमूल्य पदार्थों की खोज में हैं.
nickel और cobalt का हो सकता है भंडार
बिल गेट्स से लेकर जेफ बेजोस तक कई अरबपतियों को लगता है कि ग्रीनलैंड के डिस्को आइलैंड और नुसुआक पेनिनसुला में मौजूद पहाड़ियों और घाटियों के नीचे बहुमूल्य पदार्थों का भंडार है. इससे अरबों इलेक्ट्रिक गाड़ियां दौड़ाई जा सकती हैं.
CNN से बातचीत में Kobold Metals के CEO कर्ट हाउस ने कहा- हमलोग एक ऐसे खजाने को ढूंढ रहे हैं जो दुनिया का सबसे बड़ा या दूसरे सबसे बड़ा nickel और cobalt का भंडार होगा.
अरबपतियों का ग्रुप Kobold Metals को आर्थिक सहायता दे रही है. कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि Kobold Metals कैलिफोर्निया बेस्ड स्टार्टअप है और कंपनी मिनरल्स की खोज करती है.
ग्रीनलैंड में यह कंपनी Bluejay Mining के साथ मिलकर दुर्लभ और कीमती मेटल्स की खोज कर रही है. इलेक्ट्रिक गाड़ियों और रिन्यूएबल एनर्जी को स्टोर करने के लिए बनाए जाने वाली बड़ी-बड़ी बैटरीज को बनाने के लिए ये मेटल्स जरूरी हैं.
खजाने की खोज में 30 जियोलॉजिस्ट्स, जियोफिजिसिस्ट्स, कुक्स, पायलट्स और मैकेनिक्स लगे हुए हैं. क्रू मिट्टी के सैंपल्स ले रहे हैं, ट्रांसमीटर लगे ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड की तलाश की जा रही है. ताकि जमीन के अंदर मौजूद अलग-अलग पत्थरीली सतहों के बारे में पता लगाया जा सके.
ये लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल से उस जगह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जहां पर खजाना छुपा है, ताकि वे लोग खुदाई कर उसे निकाल सके.
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