YouTube पर 55 सेकंड के वीडियो ने ऐसी धूम मचाई कि पूरे परिवार की ही किस्मत बदल गई. दो मासूम बच्चों का वीडियो इस कदर लोगों को पसंद आ रहा है कि इसकी लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है. इस वीडियो को NFT (अपूरणीय टोकन) के रूप में नीलाम किया गया, जिसकी अंतिम बोली पांच करोड़ लगी है. वेबसाइट मेल ऑनलाइन के मुताबिक यूएस के रहने वाले आईटी कंपनी के प्रबंधक हॉवर्ड डेविस-कैर ने मई 2007 में YouTube पर 55 सेकंड का ये वीडियो अपलोड किया था. इस वीडियो में दिख रहे दोनों बच्चे हैरी और चार्ली की उम्र उस समय क्रमश: तीन और एक साल की थी. इस वीडियो में हैरी और चार्ली एक साथ कुर्सी पर बैठे हुए थे. उस समय चार्ली ने हैरी की उंगली काट ली.
हॉवर्ड ने बताया कि जिस समय इस वीडियो को यू-ट्यूब पर अपलोड किया था, तो उनका मानना था कि ये थोड़ा मजाकिया है, उससे ज्यादा कुछ नहीं. इस वीडियो को नाम दिया गया 'चार्ली बिट माई फिंगर'. कुछ महीने बाद जब वीडियो को वे हटाने गए, तो उन्होंने पाया कि इसे हजारों बार देखा जा चुका है. हॉवर्ड ने बताया कि उनकी आंखों के सामने यह संख्या बढ़ रही थी. हॉवर्ड ने कहा कि 'मैंने सोचा भी कि इस वीडियो को लोग इतना क्यों देख रहे हैं, लेकिन इस सवाल का जवाब नहीं था.' इस वीडियो ने जहां भाइयों को इंटरनेट जगत में हीरो बना दिया, तो वहीं परिवार को भी मोटी कमाई मिलने लगी.
इस वीडियो को कई विज्ञापन मिले, जिनसे कथित तौर पर बीते वर्षों में लाखों की कमाई भी हुई. इसके बाद ये वीडियो फिर एक बार 'अपूरणीय टोकन' (एनएफटी) के रूप में नीलाम किया गया, जिसमें इसकी बोली पांच करोड़ की लगी है. YouTube पर पोस्ट किया गया ये वीडियो लगभग 883 मिलियन बार देखा गया है, जो सर्वाधिक देखे जाने वाले वीडियो में से एक है. 2007 में अपलोड किए गए इस वीडियो में दिखने वाले बच्चे अब बड़े हो गए हैं. हैरी 6 फीट लंबा हो चुका है, जो ए-लेवल का छात्र है. 15 वर्षीय चार्ली भी पढ़ाई कर रहा है. इस वीडियो की जानकारी साझा करते हुए हॉवर्ड ने बताया कि जब इस वीडियो को बनाया गया था, तो इस वीडियो को बच्चों को दादा-दादी को भेजना था.
हॉवर्ड ने बताया कि ईमेल पर भेजने के लिए इस वीडियो का साइज बड़ा था, जिसके चलते इस वीडियो को एक निजी YouTube खाते में अपलोड कर दिया. इस वीडियो को और भी आसानी से एक्सेस करने में मदद करने के लिए सार्वजनिक कर दिया था.