50 करोड़ साल पुरानी है ये पहाड़ी, जो प्रतिदिन बदलती है अपना रंग?
इस अंडाकार पहाड़ी की इसी विशेषता के कारण यूनेस्को ने इसे विश्व की धरोहरों में शामिल किया है.
अगर हम आपसे कहें कि एक पहाड़ी ऐसी है, जो दिनभर में कई बार गिरगिट की तरह अपना रंग बदलती है, तो आप यक़ीन करेंगे? आप चाहें या न चाहें, लेकिन ये हकीकत है. इस रंग-बिरंगी दुनिया में ऐसा ही कारनामा करने वाली एक अतरंगी पहाड़ी मौजूद हैं. इस पहाड़ी को उलुरू पहाड़ी या आयर्स रॉक कहा जाता है. ये आस्ट्रेलिया के उत्तरी इलाके में स्थित है और सुबह से शाम तक कई बार रंग बदलती है. मौसम कोई भी हो, मगर इसका मिजाज़ ऐसा ही रहता है.
सुबह से शाम तक बदलती है रंग
7 किलोमीटर एरिया में फैली इस पहाड़ी का रंग आमतौर पर लाल रहता है. हालांकि, सूरज निकलने के बाद से ही ये रंग बदलना शुरू कर देती है. सुबह से लेकर शाम तक इसका रंग कभी पीला, कभी नारंगी, कभी लाल तो कभी बैंगनी नज़र आता है. इसमें हलके से लेकर गहरे रंग तक का अंतर दिखाई देता है.
इन तस्वीरों में देखें इस ख़ूबसूरत पहाड़ी के बदलते रंग
रंग बदलने के पीछे पहाड़ी की संरचना है वजह
उलुरू पहाड़ी के रंग बदलने का कारण इसकी ख़ास संरचना है. जिसके चलते सूरज से आने वाली किरणों के दिनभर बदलते कोण और मौसम में बदलाव पर इसके रंग बदलते रहते हैं. बता दें, ये पहाड़ी बलुआ पत्थर यानि सैंडस्टोन से बनी है, जिसे कांग्लोमेरेट भी कहते हैं. इस अंडाकार पहाड़ी की इसी विशेषता के कारण यूनेस्को ने इसे विश्व की धरोहरों में शामिल किया है.