इन देशों के पास है दुनिया का सबसे फिसड्डी पासपोर्ट, देखें लिस्ट

ऐसे पता लगता है पासपोर्ट कितना कमजोर या मजबूत

Update: 2021-07-08 12:12 GMT

दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की साल 2021 (most powerful passports 2021) की रैंकिंग आ चुकी है. इसमें जापान टॉप पर है. वहां के पासपोर्टधारक को वीजा ऑन अराइवल (visa on arrival) की छूट है. इसके बाद सिंगापुर है, जिसके बाद जर्मनी और दक्षिण कोरिया दोनों ही तीसरे स्थान पर माने गए. वहीं सबसे कमजोर पासपोर्ट की बात चले, तो आतंक और गृहयुद्ध में सुलग रहे सीरिया, इराक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान हैं. भारत को इस बार करारा झटका लगा और उसका पासपोर्ट सालभर में 6 सीढ़ियां नीचे उतर गया. इस बीच जानिए, उन पासपोर्ट्स को, जिनकी पूछ सबसे कम है.

ये रैंकिंग इसलिए जारी होती है ताकि देखा जा सके कि फलां देश के लोग कितने देशों में घूम सकते हैं. इस सुविधा के तहत अन्य देश शक्तिशाली पासपोर्ट वाले देश के नागरिकों को ऑन अराइवल की सुविधा देते हैं. इससे देशों में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है. साथ ही सुरक्षा के मामले में मुस्तैदी बढ़ती है.
कैसे पता लगता है पासपोर्ट कितना कमजोर या मजबूत
पासपोर्ट के प्रभावशाली होने के कई मानक होते हैं. इनमें एक है कि कोई देश आर्थिक तौर पर कितना मजबूत है. ये इसलिए जांचा जाता है कि अगर कोई कमजोर देश हो तो वहां रोजगार की कमी के कारण लोग सैलानी की तरह आते हैं और किसी दूसरे देश में बस जाते हैं.
इसके अलावा कई दूसरी बातें भी पासपोर्ट को कमजोर या ताकतवर बनाती हैं
अगर देश में आतंकी गतिविधियां ज्यादा हों या फिर यूनाइटेड नेशन्स का ऐसा मानना हो तो ऐसे देश के नागरिकों के पासपोर्ट की ताकत अपने-आप ही कम हो जाती है. ऐसे नागरिकों के साथ हमेशा शक जुड़ा होता है और विकसित देश उन्हें अपने यहां आने देने से पहले सौ बार सोचते हैं.
इन देशों के पासपोर्ट फिसड्डी
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स और ग्लोबल पासपोर्ट इंडेक्स ने दो अलग-अलग सूचियां जारी कीं, जिसमें उन्होंने उन देशों के नाम सार्वजनिक किए, जिसके पासपोर्ट सबसे कमजोर हैं. हेनले की बात करें तो उनकी लिस्ट में सबसे ऊपर अफगानिस्तान का नाम है, यानी ये देश सबसे कमजोर पासपोर्ट वाला है, जिसके नागरिक केवल 5 देशों में बगैर वीजा जा सकते हैं. सके बाद ईराक और सीरिया आते हैं. बता दें ये सारे ही देश बुरी तरह से आतंकवाद प्रभावित देश हैं, जहां से लगातार पलायन हो रहा है.
कमजोर पासपोर्ट की श्रेणी में चौथे नंबर पर है पाकिस्तान
इसके पासपोर्ट से सिर्फ 9 देशों में फ्री वीजा यात्रा की जा सकती है. साल 2019 में भी पाकिस्तान का पासपोर्ट इसी श्रेणी में था. तब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सबसे खराब पासपोर्ट के मामले में पाकिस्तानी पासपोर्ट और सोमालिया का पासपोर्ट संयुक्त रूप से चौथे नंबर रहा.

पाकिस्तान के पासपोर्ट से सिर्फ 9 देशों में फ्री वीजा यात्रा की जा सकती है


पाकिस्तान के बाद यमन और सूखे और भुखमरी झेलता देश सोमालिया है. इनके बाद पेलेस्टाइन, लीबिया और फिर उत्तर कोरिया का स्थान है. उत्तर कोरिया के बारे में भी जानते चले कि ये देश दुनिया के चुनिंदा सबसे आइसोलेट हुए देशों में से है. इस देश के वर्तमान तानाशाह किम जोंग के राज में नागरिकों को देश से बाहर जाने की इजाजत नहीं, ज्यादा से ज्यादा वे चीन की यात्रा कर सकते हैं.

क्यों है पाकिस्तान पीछे
पाकिस्तान का पासपोर्ट लगातार रैंकिंग में पीछे चल रहा है तो इसकी वजह है बार-बार आतंकी गतिविधियों में उसका नाम आना. संयुक्त राष्ट्र में भी कई बात ये बात उठ चुकी है लेकिन पाकिस्तान के हुक्मरान इससे इनकार करते आए हैं. साल 2001 में अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद से पाकिस्तानी पासपोर्ट कमजोर होता गया. कथित तौर पर हमलावर यहीं छिपे थे और पहले भी यहीं से कई आतंकी गतिविधियों की कोशिश हुई थी.

भारत की बात करें तो फिलहाल 58 देश बिना वीजा के भारतीय नागरिकों को दे रहे हैं. पिछले साल भी यही देश उसे वीजा ऑन अराइवल की सुविधा दे रहे थे, जबकि भारत पासपोर्ट्स की लिस्ट में कुछ ऊपर था. दरअसल वीजा ऑन अराइवल उन्हीं देशों को दिया जाता है, जिनके नागरिकों के बारे में कोई देश पक्का हो कि उनसे उसकी सुरक्षा को कोई खतरा नहीं.


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