धूप में निकलते ही महिला कर्मचारी की चेहरे में हुआ बदलाव, डॉक्टर भी हैरान
जानिए वजह
ब्रिटेन में एक महिला का धूप में बहुत बुरा हाल हो गया. साउथ वेल्स में रहने वाली 26 साल की लॉरेन स्टेसी को बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि सिर्फ एक दिन घर से बाहर धूप में निकलने पर उनके चेहरे के हालात पूरी तरह से बिगड़ जाएंगे. एनएचएस वर्कर लॉरेन ने सन वेबसाइट के साथ बातचीत में कहा कि मैं जब हॉलिडे पर थी तब मैंने अपनी पूरी बॉडी पर सनस्क्रीन क्रीम लगाई हुई थी लेकिन मैं शायद उस समय अपने माथे और चेहरे पर ये क्रीम लगाना भूल गई थी जिसके चलते मेरी ऐसी हालत हो गई. उन्होंने आगे कहा कि मैं जब अगले दिन सोकर उठी तो मुझे अपना चेहरा थोड़ा सूजा हुआ फील हो रहा था. मैंने अपनी आंखें खोलने की कोशिश की थी लेकिन मैं उन्हें खोल नहीं पा रही थी. मैंने इसके बाद अपने रूममेट से पूछा था कि क्या मेरा चेहरा नॉर्मल लग रहा है?
लॉरेन ने आगे कहा कि मेरी दोस्त मुझे देखकर घबरा गई. उसने मुझे कहा कि मुझे खुद अपनी शक्ल आईने में देखनी चाहिए. मैंने जब शीशे में देखा तो मेरी आंखें इतनी ज्यादा सूजी थी कि मैं ठीक से कुछ देख नहीं पा रही थी. मेरी शक्ल इतनी बिगड़ गई थी कि मैं किसी राक्षस की तरह लग रही थी. लॉरेन अपनी हालत देखकर काफी परेशान हो गई और वो एक डॉक्टर के पास गईं. डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें सूरज की किरणों के चलते एलर्जिक रिएक्शन हो गया है. उन्होंने कहा कि जिनकी स्किन सूर्य की किरणों को लेकर संवेदनशील होती है, उन्हें इस तरह की सन एलर्जी हो सकती हैं.
डॉक्टर्स ने बताया कि लॉरेन को सन पॉइजिनिंग हो गई थी. ये धूप से झुलसने का सबसे एक्स्ट्रीम फॉर्म है. सन पॉइजिनिंग के चलते चेहरे पर सूजन और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. इससे बचने के लिए सनस्क्रीन लगाने की और तेज धूप में ना निकलने की सलाह दी जाती है. डॉक्टर्स ने लॉरेन को सलाह दी कि उन्हें सूजन कम करने के लिए एंटीहिस्टेमिन्स का इस्तेमाल करना चाहिए. गौरतलब है कि लॉरेन टूर के लिए गई हुई थीं और जब वे सूजे हुए चेहरे के साथ एयरपोर्ट पर पहुंची तो डिजिटल फेस सॉफ्टवेयर ने उनके चेहरे को पहचानने से मना कर दिया था. इससे लॉरेन काफी शर्मिंदगी महसूस कर रही थी. हालांकि वहां मौजूद एयरपोर्ट स्टाफ ने उन्हें सपोर्ट किया और सारा माजरा जानने के बाद उन्हें जाने दिया. दवा के इस्तेमाल के बाद उनकी ये सूजन 5 दिनों बाद उतर पाई थी.