दुनिया का सबसे अनोखा गांव जहां चलते-चलते अचानक सो जाते हैं लोग, कोई नहीं सुलझा पाया गुत्थी
कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस (Carbon Monoxide Gas) है, जिसकी वजह से यहां के लोग महीनों तक सोते रहते हैं.
दुनिया में कई अजीबोगरीब जगहें हैं, जिनके बारे में सुनकर हैरानी होती है. आज ऐसे ही एक गांव के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, जहां लोग कभी भी सो जाते हैं. यहां रहने वाले लोग कई महीनों तक सोते रहते हैं. ये बात सुनने में अजीब लग रही होगी लेकिन बिल्कुल सच है. आइए इस गांव के बारे में विस्तार से बताते हैं.
कई महीनों तक सोते रहते हैं लोग
इस अजीबोगरीब गांव (Weird Village) का नाम कलांची (Kalachi) है. ये गांव कजाकिस्तान में स्थित है. इस गांव के लोग कई महीनों तक सोते रह जाते हैं. इस वजह से इस गांव को स्लीपी हॉलो (Sleepy Hollow Village) भी कहा जाता है. यहां के लोगों को अक्सर सोते हुए ही देखा जाता था. इसी वजह से इन लोगों पर कई शोध भी किए जा चुके हैं.
साल 2010 में लगा इसका पता
इस गांव में अचानक सोने का पहला मामला साल 2010 में सामने आया था. एक स्कूल में कुछ बच्चे अचानक से गिर गए और वो सोने लगे. धीरे-धीरे ये एक बीमारी की तरह पूरे गांव में फैल गई. इसके बाद से ही यहां कई साइंसटिस्ट रिसर्च करने लगे. लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद भी वैज्ञानिक इस गुत्थी को पूरी तरह नहीं सुलझा पाए. डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में ये बीमारी अचानक से खत्म हो गई.
वैज्ञानिक बताते हैं ये वजह
कलांची गांव में लोगों के अचानक से सोने को लेकर माना जाता है कि यहां यूरेनियम की जहरीली गैस निकलती है. इस वजह से यहां के लोगों में सोने की अनोखी बीमारी हो गई है. जहरीली गैस की वजह से यहां का पानी भी दूषित हो गया है. वहीं यहां के बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां के पानी में कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस (Carbon Monoxide Gas) है, जिसकी वजह से यहां के लोग महीनों तक सोते रहते हैं.