शरीर में बुलेट फंसने के बाद भी 15 साल तक जिंदा रही महिला, अब डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाला
एक महिला की पीठ में 15 साल पहले एक बुलेट घुस गई थी, इसे अब निकाल दिया गया है. महिला एरिका माइल्स (Erica Miles) एक नर्सिंग असिस्टेंट हैं. उनके साथ ये जब हादसा हुआ, तब वह एक स्टूडेंट थीं. गोली उनको एक शूटआउट के दौरान लगी, और तब वह गलती से उस जगह मौजूद थीं. शूटआउट में ये गोली उनकी पीठ में जा घुसी. डेलीस्टार के मुताबिक, अमेरिकी सीरीज स्टक ऑन क्वेस्ट रेड (Stuck on Quest Red) में उन्होंने अपने साथ घटित इस खौफनाक मंजर को बयां किया.
हाईस्कूल में थीं, जब ये हादसा हुआ
एरिका तब एक टीनेजर थीं, उस पल को याद करते हुए उन्होंने कहा, 'ये 2005 की बात है, मैं तब हाईस्कूल में थी, फुटबॉल मैच के बाद मैं अपनी सवारी का इंतजार रही थी, इसी बीच दो ग्रुप एक दूसरे के आमने-सामने आ गए और एक दूसरे पर फायरिंग कर डाली. इस फायरिंग में कुछ मासूम लोग फंस गए.' एरिका ने आगे बताया, 'मुझे भी एक बुलेट लग गई, मुझे ऐसा लगा कि कुछ जल रहा है. तब मुझसे कहा गया कि गोली मेरी रीढ़ की हड्डी के काफी पास है, उसे तब निकाला नहीं गया था'. रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में हर साल करीब 5 लाख ऐसे लोगों की सर्जरी होती है, जिनके शरीर में कुछ न कुछ फंसा हुआ होता है.
इस बारे में जनरल सर्जन डॉ जॉर्ज क्रॉफोर्ड ने बताया कि गोलीबारी में घायल लोगों के शरीर से बुलेट तुरंत निकालना असामान्य बात है, वहीं ये एक चैलेंज भी होता है कि गोली बिना मरीज को नुकसान पहुंचाए निकाल दी जाए. डॉ जॉर्ज ने बताया, 'कई बार हम बुलेट नहीं निकालते हैं, ये शरीर में ही रहती है. हम बुलेट तभी निकालते हैं, जब ये किसी नस या ज्वाइंट में फंस जाती है, क्योंकि ऐसे निकालने से कोई और भी बड़ी दिक्कत आ सकती है'.
आखिर क्यों निकालनी पड़ी बुलेट
डॉ जार्ज बोले, एरिका के केस में भी यही हुआ था. 15 साल पहले उनको बुलेट लगी थी, यह उनकी शरीर के अंदर मौजूद थी. लेकिन वह इस बात को भूल चुकी थीं. एरिका ने बताया, ' मैंने कभी भी ये महसूस नहीं किया किया कि मेरे पिछले हिस्से में बुलेट मूव कर रही है. लेकिन अचानक उन्होंने इसको महसूस किया. जो उन्हें सालों तक महसूस नहीं हुआ था'. एरिका ने इस बातचीत में बताया, 'बुलेट कमर के ऊपरी हिस्से की तरफ थी, पर ये निचले हिस्से की तरफ बढ़ रही थी. जो उस जगह नहीं होनी चाहिए थी'.
इसके बाद डॉ जॉर्ज क्रॉफोर्ड ने इसे ऑपरेट कर निकाल दिया है और घाव के हिस्से को ठीक कर दिया है. बुलेट निकालने के बाद और सर्जरी होने के बाद महिला अब ठीक है. उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. वहीं एरिका ने सर्जरी के बाद डॉ जॉर्ज को थैंक्स कहा, वहीं उन्होंने ये भी कहा कि अब उन्हें कोई दर्द नहीं है, गोली भी निकाल दी गई है.
डॉ जार्ज ने बताया, 'अपने पूरे करियर के दौरान मैंने करीब गनशॉट वाले 500 मामले देखे होंगे, इनमें सबसे अजीब एक मामला था जब एक शख्स के गोली दिमाग के बीच में घुसी हुई थी और खून एक छेद से बाहर निकल रहा था.'