महिला ने बिल्डर की तमाम कोशिशों के बावजूद अपना घर नहीं बेचा, मजबूरन आसपास ही मॉल खड़ा करना पड़ा
लेकिन जब मार्टिन बेरोजगार हो गए तो उन्होंने उस घर को बेच दिया.
अमेरिका (America) में रहने वाली एक महिला की जिद के आगे बिल्डर (Builder) की एक नहीं चली. मजबूरी में बिल्डर को अपने शॉपिंग मॉल (Shopping Mall) के सपने को साकार करने के लिए तिकड़म भिड़ानी पड़ी. इस 'तिकड़म' से उसका मॉल तो बन गया, लेकिन वैसे नहीं, जैसा वो चाहता था. दरअसल, वॉशिंगटन में एक नया शॉपिंग मॉल बनाने के लिए बिल्डर एक महिला के घर की जमीन खरीदना चाहता था. इसके लिए उसने बुजुर्ग महिला को 1 मिलियन डॉलर (करीब 7 करोड़ रुपये) की पेशकश भी की, लेकिन महिला ने इनकार कर दिया.
मॉल परिसर के बीच में आ गया घर
Seattle Times की रिपोर्ट के अनुसार, महिला के इनकार के चलते बिल्डर को मजबूरन उसके घर के आस पास ही मॉल (Mall) बनाना पड़ा, जिसके कारण ये घर मॉल के परिसर में अलग ही नजर आता है. बता दें कि ये घटना साल 2006 में वॉशिंगटन के सिएटल में हुई थी, लेकिन इसकी याद लोगों के जहन में अब भी ताजा है. महिला का घर बहुत महंगा नहीं था, लेकिन क्योंकि उस जगह मॉल बनना था इसलिए डेवलपर्स ने महिला को 7 करोड़ रुपये की पेशकश की.
रकम बढ़ाई, पर नहीं बदला फैसला
डेवलपर्स नया शॉपिंग मॉल बनाने के लिए इलाके के दूसरे घर खरीद चुके थे. उन्होंने शुरुआत में महिला को जमीन के 750,000 डॉलर (5,73,16,875 रुपये) ऑफर किए. बाद में, 84 वर्षीय एडिथ मेसफील्ड (Edith Macefield) को मनाने के लिए उन्होंने रकम को 1 मिलियन डॉलर (लगभग 7 करोड़ रुपये) तक बढ़ा दिया. लेकिन एडिथ ने अपना घर बेचने से साफ इनकार कर दिया. ऐसे में बिल्डर को मजबूरन उनके घर को छोड़कर ही मॉल बनाना पड़ा, जिसका नतीजा ये हुआ कि अब भी महिला का घर मॉल के पांच मंजिला परिसर के ठीक बीच में खड़ा नजर आता है.
दोस्ती में छोड़ दिया था घर
एडिथ मेसफील्ड ने साल 1952 में यह जमीन 3,750 डॉलर (2,86,637 रुपये) की खरीदी थी और इस पर बने घर से उनका खास लगाव था. हालांकि, बाद में एडिथ की उस व्यक्ति के साथ दोस्ती हो गई, जो 2006 में मॉल के निर्माण का कंस्ट्रक्टर मैनेजर था. महिला और बेरी मार्टिन इतने करीब आ गए थे कि 2008 में जब एडिथ की मृत्यु हुई तो उन्होंने अपना घर मार्टिन के लिए छोड़ दिया. लेकिन जब मार्टिन बेरोजगार हो गए तो उन्होंने उस घर को बेच दिया.