पुतिन की उम्मीद से लंबी खिंच गई है जंग, रूसी सैनिकों का मनोबल भी टूट रहा
रूस-यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine War) को एक महीने से ज्यादा हो गया है और इसके खत्म होने की कोई उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है. ऐसे में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) अपनी रणनीति में कुछ बदलाव कर सकते हैं.
रूस-यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine War) को एक महीने से ज्यादा हो गया है और इसके खत्म होने की कोई उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है. ऐसे में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) अपनी रणनीति में कुछ बदलाव कर सकते हैं. यूक्रेन के सैन्य खुफिया प्रमुख किरिलो बुडानोव (Kirillo Budanov) ने दावा किया है कि जंग में नाकाम रूस, यूक्रेन को दो टुकड़ों में बांटने की कोशिश कर सकता है.
'पूरा यूक्रेन नहीं निगल सकते'
किरिलो बुडानोव (Kirillo Budanov) ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने यह महसूस किया है कि वह पूरे यूक्रेन को नहीं निगल सकते, इसलिए वह कोरिया की तर्ज पर यूक्रेन को संभवत: विभाजित करने का प्रयास करेंगे. बुडानोव का मतलब उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच दशकों पुराने विभाजन से है. बता दें कि युद्ध पुतिन की उम्मीद से कहीं ज्यादा लंबा खिंच गया है. रूसी सेना का मनोबल भी अब टूटता जा रहा है.
गुरिल्ला युद्ध की भविष्यवाणी
बुडानोव ने आगे कहा, 'रूस कब्जे वाले क्षेत्रों को एक अर्ध-राज्य संरचना में तब्दील करने का प्रयास करेगा और इसे स्वतंत्र यूक्रेन के खिलाफ खड़ा करेगा'. उन्होंने कब्जे वाले शहरों में समानांतर सरकारी ढांचा स्थापित करने और लोगों को यूक्रेनी मुद्रा, रिव्निया का उपयोग करने से रोकने के लिए रूसी प्रयासों की ओर इशारा किया. बुडानोव ने यह भविष्यवाणी भी की कि यूक्रेन का प्रतिरोध गुरिल्ला युद्ध में विकसित होगा और रूस के प्रयासों को पटरी से उतार देगा.
बाइडेन के बयान से नाराज मैक्रों!
वहीं, पुतिन के खिलाफ बयानबाजी को लेकर अमेरिका और फ्रांस के बीच दूरी नजर आ रही है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उस बयान से खुद को अलग कर लिया है, जिसमें बाइडेन ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सत्ता में नहीं रह सकते. मैक्रों ने तनाव कम करने के प्रयास किये जाने की अपील की है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें तथ्यात्मक होना चाहिए और हरसंभव प्रयास करना चाहिए, ताकि स्थिति नियंत्रण से बाहर न जाए. मैं उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं करूंगा, क्योंकि मैं पुतिन से बात करता रहा हूं. हम सामूहिक रूप से केवल यही चाहते हैं कि यूक्रेन पर रूस की तरफ से थोपा गया युद्ध रुकना चाहिए'.