डीएनए टेस्ट का बढ़ा है ट्रेंड, लोगों को किया गया आगाह, जानें क्या है खतरा
अर्नस्ट ने आगाह किया कि नागरिकों, सेनाओं या कस्बों द्वारा निर्भर विशिष्ट जानवर जैविक हथियारों का लक्ष्य हो सकते है.
समय के साथ साइंस और टेक्नोलॉजी लगातार तरक्की कर रही है. आए दिन हमारे सामने नए-नए एक्सपेरिमेंट सामने आ रहे हैं जो हमारे काम को आसान बनाते हैं, लेकिन कई ऐसे भी अविष्कार होते हैं जो हमारे लिए नुकसानदायक हो सकते हैं. ऐसा ही चौंकाने वाली जानकारी अमेरिका से आई है. यहां पता चला है कि एक ऐसे बायोवेपंस यानी जैविक हथियार का निर्माण चल रहा है जो डीएनए का उपयोग करके उस शख्स की हत्या कर सकता है जिसका डीएनए है. इस खतरे को देखते हुए यूएस हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के एक सदस्य ने लोगों को आगाह किया है.
क्या है खतरा
कोलोराडो के अमेरिकी प्रतिनिधि जेसन क्रो ने शुक्रवार को एस्पेन सिक्योरिटी फोरम में बात करते हुए अमेरिकियों को आगाह किया कि वे अपने डीएनए को निजी फर्मों के साथ साझा करने के दौरान लापरवाही न बरतें. जरा सी लापरवाही से आप एक जैविक हथियार को लक्षित कर सकते हैं जो हत्या का कारण बन सकता है. हालांकि 23andMe ने बार-बार कहा है कि वह अपने ग्राहकों की निजी जानकारी नहीं बेचती है,
डीएनए टेस्ट का बढ़ा है ट्रेंड
दरअसल, अमेरिका में इन दिनों लोग अपने वंश, पूर्वजों और स्वास्थ्य के बारे में अधिक जानने के लिए तेजी से डीएनए टेस्ट कराने का ट्रेंड चला हुआ है. कई कंपनियां घर बैठे सैंपल लेने की सुविधा दे रहीं हैं. ऐसे में लोग धड़ल्ले से अपनी आनुवंशिक मैपिंग साझा करते हैं. यहीं से बायोवैपन बनाने का खेल शुरू होता है.
खाद्य आपूर्ति पर कर सकते हैं हमला
सीनेट सशस्त्र सेवा समिति के सदस्य के रूप में, आयोवा के अमेरिकी सीनेटर जोनी अर्न्स्ट ने दावा किया कि अमेरिका के विरोधी बड़े पैमाने पर खाद्य आपूर्ति पर हमला करने के लिए ऐसे डीएनए बायोवेपन्स को तैनात कर सकते हैं. अर्नस्ट ने आगाह किया कि नागरिकों, सेनाओं या कस्बों द्वारा निर्भर विशिष्ट जानवर जैविक हथियारों का लक्ष्य हो सकते है.