लिस्बन। सबसे खतरनाक रहे जाने वाले सीरियल किलर का चेहरा आज भी वैसा है जैसा उसकी मौत के समय था। कांच के जार के से झांकती उसकी खुली आंखें किसी को भी डरा सकती हैं। डिओगो ऐल्वेस का सिर उसकी मौत के 180 साल बाद भी एक जार में संरक्षित किया गया है। पुर्तगाल में 70 से अधिक लोगों की हत्या के लिए उसे फांसी दी गई थी। बाद में उसका सिर काटकर एक जार में संभालकर रखा गया है।
ऐल्वेस ने एक पुल को अपराध का अड्डा बनाया था। शहर को गांव से जोड़ने वाले 200 फीट ऊंचे इस पुल पर वह छिपकर बैठता था। यहां से गुजरने वाले किसानों को पहले वह लूटता और फिर उन्हें मार देता। वह लोगों को पुल से नीचे धक्का दे देता था। यह मौत खुदकुशी जैसी लगती थी और लंबे समय तक उसका यह पैंतरा कामयाब होता रहा। पुल के नीचे बहने वाली नदी से पुलिस को कई लाशें मिली थीं।
इसके बाद ऐल्वेस ने पुल पर लोगों को मारना बंद कर दिया। अब वह घरों में लूटपाट करता और उनमें रहने वालों को मार देता लेकिन अंततः वह पकड़ा गया और 70 से अधिक हत्याओं के लिए उसे मौत की सजा सुनाई गई। अपने मुकदमे के बाद वह पुर्तगाल में फांसी पाने वाले अंतिम अपराधियों में से एक था। फांसी पर लटकाए जाने के बाद उसके सिर को काट कर फॉर्मलडिहाइड के एक जार में रख दिया था।
यह सिर एक कांच के जार में लिक्विड सॉल्यूशन में डालकर लिस्बन यूनिवर्सिटी में रिसर्च के लिए रखा गया है। वैज्ञानिक चाहते थे कि ऐल्वेस के दिमाग का अध्ययन किया जाए। उन्हें लगता था कि इससे कई चौंकाने वाली चीजें सामने आ सकती हैं जो फ्रेनोलॉजी पढ़ने वालों के लिए मददगार साबित हो सकती हैं।
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