रूसी सेना ने युद्ध के दौरान जबरदस्ती भर्ती के आरोपों को किया स्वीकार, ये लोग लड़ रहे यूक्रेन में युद्ध
उन्हें नियमित रूप से बुलाया जा रहा है.
रूस और यूक्रेन के बीच जंग (russia ukraine war) जारी है. रूसी सेना द्वारा लगातार यूक्रेन के शहरों पर गोलीबारी की जा रही है. जंग के दौरान रूस पर सेना (russia army) में जबरदस्ती भर्ती किए गए सैनिकों (russian soldiers) के होने के आरोप लगते रहे हैं. हालांकि, रूस के राष्ट्रपति ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया था, लेकिन अब रूसी सेना (russia army) ने स्वीकार किया है कि उनके पास जबरदस्ती भर्ती किए गए सैनिक हैं.
राष्ट्रपति पुतिन ने किया था इनकार
सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, जंग के दौरान इन आरोपों पर राष्ट्रपति पुतिन (president putin) ने कहा था कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान जबरदस्ती सैनिकों को भर्ती करने की योजना नहीं बना रहा है. रूसी राष्ट्रपति ने कहा था कि इस ऑपरेशन में केवल पेशेवर सेना ही हिस्सा ले रही है. इस ऑपरेशन में केवल वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने स्वेच्छा से मातृभूमि की रक्षा के लिए बहुत ही जिम्मेदार विकल्प चुना है.
रूसी सेना ने किया स्वीकार
हालांकि, रूसी सेना ने स्वीकार किया है कि इस ऑपरेशन में जबरदस्ती शामिल किए गए सिपाहियों ने हिस्सा लिया है. वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि दुर्भाग्य से यूक्रेन के क्षेत्र में विशेष सैन्य अभियान में भाग लेने वाले रूसी सशस्त्र बलों की इकाइयों में जबरदस्ती शामिल किए गए सिपाहियों (russian soldiers) की उपस्थिति के कई उदाहरणों की पुष्टि की गई है.
वापस बुलाए जा रहे ऐसे सैनिक
कोनाशेनकोव ने पुष्टि की है कि ऐसे सैनिकों (russian soldiers) को रूस में वापस ले लिया जा रहा है. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ सैनिकों को बंदी बना लिया गया था. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि तोड़फोड़ करने वाले समूह ने कथित तौर पर लॉजिस्टिक ऑपरेशन में शामिल एक इकाई पर हमला किया और कई सैनिकों को पकड़ लिया गया, जिनमें वे सिपाही भी शामिल थे.
अब नहीं होगी भर्ती
अधिकारी ने कहा कि रूसी सेना अब युद्ध के लिए इस तरह से सिपाहियों को भर्ती नहीं किए जाने पर विचार कर रही है.वहीं, राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि जिन लोगों ने अपनी सैन्य सेवा पूरी कर ली है, उन्हें ड्यूटी से बुलाया गया है, वे अब यूक्रेन युद्ध में हिस्सा नहीं लेंगे.
राष्ट्रपति पुतिन ने कही ये बात
राष्ट्रपति पुतिन (president putin) ने कहा कि जिन्हें युद्ध के दौरान भर्ती किया गया था, यह सच है कि उन्हें वापस बुलाया जा रहा है.इस श्रेणी के लोगों को शामिल करने की योजना नहीं है. उन्हें नियमित रूप से बुलाया जा रहा है.