दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने अपनी ही मीडिया पर लगाया ये गंभीर आरोप, मची खलबली
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने सोमवार को देश की मीडिया पर अमेरिका के साथ सबंध खराब करने का आरोप लगाया. गौरतलब है कि टीवी प्रसारक ‘मुन्हवा ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन’ (एमबीसी) ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें यून कथित तौर पर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों व अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का अपमान करते दिख रहे हैं.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने सोमवार को देश की मीडिया पर अमेरिका के साथ सबंध खराब करने का आरोप लगाया. गौरतलब है कि टीवी प्रसारक 'मुन्हवा ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन' (एमबीसी) ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें यून कथित तौर पर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों व अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का अपमान करते दिख रहे हैं. वीडियो पिछले सप्ताह उनकी न्यूयॉर्क यात्रा का है, जहां वह संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे.
वायरल वीडियो में आवाज नहीं है स्पष्ट
यून ने सोमवार को कनाडा यात्रा सम्पन्न करने के बाद कहा कि मीडिया दक्षिण कोरिया की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। तथ्यों से परे ऐसी खबरों से गठबंधन को नुकसान पहुंच सकता है. इस तरह की खबरों के पीछे का सत्य सामने आना चाहिए. वहीं, 'कंजर्वेटिव पीपल पावर पार्टी' ने एमबीसी के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. हालांकि वायरल वीडियो में आवाज स्पष्ट नहीं है, लेकिन यून को कथित तौर पर फिर भी कुछ अपशब्द का इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है. वीडियो साझा करते हुए एमबीसी ने लिखा, ' क्या यह बाइडन के लिए बहुत आपत्तिजनक नहीं होगा..' एमबीसी के वीडियो के प्रसारित होने के बाद यून के कई प्रतिद्वंद्वियों ने उनकी आलोचना की और इससे एक बड़ी भूल करार दिया है.
यून ने इन खबरों को बताया था गलत
यून के कार्यालय ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि वह (यून) अमेरिकी कांग्रेस या बाइडन के बारे में बात नहीं कर रहे थे. यून की प्रवक्ता किम यून हे ने गुरुवार को कहा था कि वह (यून) दक्षिण कोरिया की विपक्ष नियंत्रित नेशनल असेंबली के 10 करोड़ डॉलर के योगदान की उनकी योजना को अस्वीकार करने को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे थे.
अमेरिका ने ग्लोबल फंड के लिए 6 अरब डॉलर देने का कर रखा है वादा
गौरतलब है कि यून और बाइडन ने एक बैठक के बाद एड्स, टीबी और मलेरिया से लड़ने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय अभियान के तहत 'ग्लोबल फंड' के समर्थन की घोषणा की थी. बाइडन प्रशासन ने 2025 तक इसके लिए 6 अरब डॉलर देने का वादा किया है, हालांकि कांग्रेस ने अभी इसकी मंजूरी नहीं दी है. वहीं, यून सरकार ने 10 करोड़ डॉलर का योगदान देने की घोषणा की है.