फ्रांस के राष्ट्रपति ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री पर लगाया झूठ बोलने का आरोप, जानिए क्या है बात

इस बात से इनकार किया कि उन्होंने जून में एक निजी बैठक में फ्रांसीसी राष्ट्रपति से झूठ बोला था.

Update: 2021-11-01 06:01 GMT

फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएलस मैक्रों (Emmanuel Macron) ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि मॉरिसन ने पनडुब्बी समझौते ऑकस को लेकर उनसे झूठ कहा था. मैक्रों के इस बयान के बाद ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के बीच जारी विवाद और ज्यादा गहरा गया है (France Australia Tensions). जब ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने पूछा कि क्या निजी बातचीत में स्कॉट मॉरिसन ने झूठ कहा था, तो इसके जवाब में मैक्रों ने कहा, 'मुझे ऐसा लगता नहीं है. मुझे पता है.'

मैक्रों और मॉरिसन दोनों ही जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इटली के रोम शहर पहुंचे थे. अब ये स्कॉटलैंड में आयोजित संयुक्त राष्ट्र वैश्विक जलवायु सम्मेलन या कान्फ्रेंस ऑफ पार्टी 26 (सीओपी26) में हिस्सा लेंगे. लेकिन दोनों देशों के बीच लंबे समय से जारी विवाद कम होने के बजाय लगातार बढ़ रहा है (What is Submarine Deal). दरअसल ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिटेन और अमेरिका के साथ ऑकस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इस हिंद-प्रशांत सुरक्षा समझौता के तहत ऑस्ट्रेलिया फ्रांसीसी डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों को खरीदने का अरबों डॉलर का सौदा रद्द करके, अमेरिकी परमाणु-संचालित पोत खरीदेगा.
फ्रांस की सरकार ने लगाए आरोप
फ्रांस की सरकार का कहना है कि उसके साथ विश्वासघात हुआ है. इसके बाद से फ्रांस ऑस्ट्रेलिया से काफी नाराज है. उसने इतना तक कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने उसकी 'पीठ में छुरा भोंका है'. फ्रांस ने अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया था. इसी नाराजगी के बीच ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिसन (Aukus Submarine Deal) ने कहा कि वह अमेरिका और ब्रिटिश परमाणु पनडुब्बी के लिए गुप्त बातचीत कर रहे थे. अब ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने जी-20 सम्मेलन से इतर मैक्रों से इन्हीं गुप्त बातचीतों और मॉरिसन के झूठ बोलने को लेकर सवाल पूछा. इसपर फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने आपसी 'सम्मान' की जरूरत पर जोर देते हुए प्रतिक्रिया दी कि उन्हें इसपर कोई संदेह नहीं है.
मैक्रों ने फोन पर की थी बात
मैक्रों ने इससे पहले फोन पर मॉरिसन से कहा था कि फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के बीच 'विश्वास का रिश्ता' टूट गया है. दोनों का जी-20 सम्मेलन में भी आमना सामना हुआ (Australia Submarine Deal). फ्रांस के राजदूत भी ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री से सोमवार को सिडनी में मुलाकात करेंगे. वहीं रोम में मैक्रों को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के साथ रिश्तों में जमी धूल को हटाने की कोशिश करते देखा गया है. शुक्रवार को बाइडेन ने मैक्रों की कही बात स्वीकार करते हुए कहा कि वाशिंगटन ने जिस तरह से समझौते को संभाला था, वो तरीका ठीक नहीं था और कहा, 'हमारे पास फ्रांस से बेहतर कोई सहयोगी नहीं है.' दूसरी ओर मॉरिसन ने अपना बचाव किया है. साथ ही इस बात से इनकार किया कि उन्होंने जून में एक निजी बैठक में फ्रांसीसी राष्ट्रपति से झूठ बोला था.
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