किडनी बेच कर जीवन जीने को मजबूर हैं अफगानिस्तान के लोग, हालात हुए बद से बदतर
भारत समेत कई अन्य देश अफगानिस्तान की मदद के लिए आगे रहे हैं लेकिन उतना काफी नहीं है.
तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद अफगानिस्तान (Afghanistan) की हालत बद से बदतर हो गई है. खाने तक को लाले पड़ गए हैं. बढ़ती तंगहाली से परेशान लोग परिवार चलाने के लिए अपनी किडनी तक बेचने को मजबूर हो गए हैं. कई लोगों का कहना है कि उन्हें अपने बच्चों के भरण पोषण के लिए ऐसा करना पड़ रहा है. बेरोजगार, कर्ज में डूबे और अपने बच्चों को खिलाने के लिए संघर्ष कर रहे नूरुद्दीन ने बताया कि उनके पास किडनी बेचने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. उन्होंने कहा कि यहां लोग अपने परिवारों को बचाने के लिए एक अंग का त्याग करने को तैयार हैं. नूरुद्दीन ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, 'मुझे अपने बच्चों की खातिर ऐसा करना पड़ा. मेरे पास और कोई विकल्प नहीं था.' बता दें कि यह कहानी केवल नूरुद्दीन की नहीं है बल्कि नूरुद्दीन जैसे कई लोग अपनी किडनी बेचने को मजबूर हुए हैं.