विपक्ष ने इमरान खान को घेरा, पाकिस्तान में अफगान राजदूत की बेटी को अगवा कर दी गई यातनाएं,

Update: 2021-07-18 02:21 GMT

फाइल फोटो 

पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल की बेटी सिलसिला अलीखिल को कुछ अज्ञात लोगों ने अगवा कर घंटों यातनाएं दीं। यह सनसनीखेज घटना देश की राजधानी इस्लामाबाद में उस समय घटी जब सिलसिला बाजार में थीं। घायल सिलसिला का अस्पताल में इलाज कराया गया। इस घटना की अभी तक न तो किसी ने जिम्मेदारी ली है और न ही किसी की गिरफ्तारी हुई है। सरकार की किरकिरी होने के बाद पीएम इमरान खान ने घटना के दोषियों की हर हाल में गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। इस घटना के बाद भारतीय उच्चायोग में सतर्कता बढ़ा दी गई है।

अफगानिस्तान सरकार ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाने की मांग की है। तालिबान की मदद करने के आरोपों से घिरी पाकिस्तानी हुकूमत की परेशानियां इस घटना के बाद और बढ़ गई हैं।
पुलिस के मुताबिक 26 वर्षीय सिलसिला अलीखिल को इस्लामाबाद के कोहसर इलाके के महंगे राणा मार्केट से शुक्रवार को अगवा किया गया। बाद में वे राजधानी के एफ-9 पार्क इलाके के पास मिलीं। उनके शरीर पर प्रताड़ना के निशान मिले। उन्हें पाकिस्तान इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस लाकर मेडिकल जांच कराई गई।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने शनिवार को कहा कि इस 'परेशान करने वाली घटना' की सूचना के तुरंत बाद इस्लामाबाद पुलिस ने गहन जांच पड़ताल शुरू कर दी है। डान अखबार ने बताया कि घटना के बाद राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल और उनके परिवार की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
विदेश मंत्रालय के बयान के तुरंत बाद गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने उन्हें निर्देश दिया है कि वे अफगान राजदूत की बेटी के अपहरण में शामिल लोगों को धरपकड़ के लिए सभी संसाधनों का उपयोग करें। पीएम ने उनसे यह भी कहा है कि इस्लामाबाद पुलिस और अन्य एजेंसियों को तथ्यों को सामने लाने और 48 घंटे के भीतर दोषियों को पकड़ने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता पर घटना की जांच करनी चाहिए।
उधर अफगान विदेश मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक बयान कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान से जल्द से जल्द अपराधियों की पहचान कर उन पर मुकदमा चलाने की मांग की है। साथ ही पाक में अफगान दूतावास और वाणिज्य दूतावासों की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ अंतरराष्ट्रीय संधियों और सम्मेलनों के अनुसार राजनयिकों और उनके परिवारों की सुरक्षा का आग्रह किया है।
इस बीच विपक्षी दल पीपीपी सीनेटर शेरी रहमान ने इस घटना को पाकिस्तान और देश के मूल्यों पर हमला करार दिया। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तानी हुकूमत राजनयिकों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी। वहीं पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली के एक और सदस्य मोहसिन दावर ने कहा कि अफगान राजदूत की बेटी को अगवा करने की घटना बहुत ही शर्मनाक है। यह पूरे अफगानिस्तान के लिए खतरे का संकेत है। दावर ने एक ट्वीट में कहा कि घटना के दोषियों को तत्काल सजा देनी चाहिए। अगवा करने वालों का पता करने के लिए शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जाए।


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