नई दिल्ली: अमेरिका और साउथ कोरिया की सेनाओं ने सोमवार को आठ बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया. एक दिन पहले नॉर्थ कोरिया ने 35 मिनट में आठ मिसाइलों का परीक्षण किया था. माना जा रहा है कि अमेरिका और साउथ कोरिया ने मिसाइलें दागकर नॉर्थ कोरिया को जवाब दिया है.
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अनुसार, सहयोगी दलों के लाइव फायर ट्रेनिंग में आठ आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम मिसाइलें शामिल थीं. आठ मिसाइलों में से एक अमेरिकी और सात दक्षिण कोरियाई थी, जिन्हें दक्षिण कोरिया के पूर्वी इलाके से दागा गया. दक्षिण कोरियाई सेना ने कहा कि मिसाइलों को दागने का उद्देश्य जैसे को तैसा वाला जवाब देना था और अपनी क्षमता का प्रदर्शन करना था.
साउथ कोरिया की सेना ने रविवार को नॉर्थ कोरिया के चार अलग-अलग स्थानों से 35 मिनट में आठ छोटी दूरी की मिसाइलों को दागने की जानकारी मिली थी. बता दें कि 2022 में उत्तर कोरिया का ये 18वां मिसाइल परीक्षण था. दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि उत्तर कोरिया सितंबर 2017 से अपना पहला परमाणु परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने सोमवार को देश के स्मृति दिवस पर एक भाषण के दौरान कहा कि उनकी सरकार उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु हथियारों और मिसाइल खतरे का मुकाबला करने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाएगी. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार और मिसाइल कार्यक्रम एक ऐसे बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां वे न केवल कोरियाई प्रायद्वीप के लिए, बल्कि पूर्वोत्तर एशिया और विश्व शांति के लिए खतरा हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के उत्तर कोरियाई उकसावे का जवाब हमारी सरकार देगी.
मई में पदभार ग्रहण करने वाले यूं सुक येओल के लक्ष्यों में मिसाइल स्ट्राइक और इंटरसेप्शन क्षमताओं को बढ़ाना और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास को फिर से शुरू करना शामिल है.