ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना के नए वेरिएंट ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है. कोरोना के इस नए वेरिएंट को EG.5.1 के नाम से जाना जा रहा है. इंग्लैंड के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि यह वैरिएंट ओमीक्रॉन से आया है। आइए जानते हैं कोरोना का ये नया वैरिएंट कितना खतरनाक है?
WHO ने इस बारे में क्या कहा है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक ट्रेडोस ने कहा कि लोग टिंकू और पूरे संक्रमण से बहुत सुरक्षित हैं लेकिन लोगों को अपनी सतर्कता में कमी नहीं आने देनी चाहिए। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम में कोविड-19 का एक नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। इससे देश के स्वास्थ्य अधिकारियों में चिंता बढ़ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेरिएंट EG.5.1 का उपनाम Aris है। यह अब ओमीक्रॉन से आया है, जो ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा है और इसे पहली बार पिछले महीने ब्रिटेन में देखा गया था।
कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं
यूकेएचएसए की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर में कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। एजेंसी ने कहा कि रिपोर्ट रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम के माध्यम से दर्ज की गईं। रिपोर्ट में 4,396 सैंपल में से 3.7 फीसदी को कोविड-19 दर्ज किया गया. बताया जा रहा है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. यूकेएचएसए के टीकाकरण प्रमुख ने कहा कि हम देश में कोरोना वायरस के मामलों पर नजर रख रहे हैं.
कितना खतरनाक है कोरोना का नया वेरिएंट?
कोरोना का नया वैरिएंट मिलने के बावजूद इसे फिलहाल ज्यादा गंभीर नहीं माना जा रहा है। इसकी वजह यह है कि ब्रिटेन में कोरोना के ताजा आंकड़ों में इस नए वेरिएंट के मरीजों की संख्या सिर्फ 14.6 फीसदी है. जानकारी के लिए बता दें कि इस वेरिएंट के मुख्य फीचर्स ओमीक्रॉन के समान हैं। जैसे कि गले में खराश, नाक बहना, बंद नाक, छींकें आना, सूखी खांसी, सिरदर्द, कफ वाली खांसी, मांसपेशियों में दर्द और सूंघने की शक्ति कमजोर होना।