नेपाल को हिंदुस्तान के लिहाज से जरूरी राष्ट्र माना जाता है क्योंकि दोनों राष्ट्र 1,850 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा साझा करते हैं. हिंदुस्तान के पांच राज्य सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, यूपी और उत्तराखंड की सीमाएं नेपाल से मिलती हैं.
नेपाल के पीएम पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने शनिवार को बोला कि राष्ट्र की वर्तमान गठबंधन गवर्नमेंट ‘अनुकूलतम सहमति’ के आधार पर अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी.
गौरतलब है कि 26 दिसंबर, 2022 को पीएम पद की शपथ लेने वाले प्रचंड अभी नेपाल में 10 दलों की गठबंधन गवर्नमेंट चला रहे हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि काठमांडू से करीब 200 किलोमीटर दूर पोखरा में पत्रकारों से वार्ता में नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी-मध्य) (सीपीएन-एमसी) के 68 वर्षीय नेता ने कहा, ‘‘गठबंधन गवर्नमेंट पांच वर्ष चलेगी और हम अनुकूलतम सहमति बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.’’
प्रचंड का यह बयान इसलिए बहुत जरूरी है क्योंकि 1990 की दशक में राष्ट्र में लोकतंत्र की स्थापना के बाद से अभी तक कोई गवर्नमेंट अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी है.प्रचंड ने अपनी हालिया हिंदुस्तान यात्रा को ऐतिहासिक बताया और कहा, ‘‘सीमा मामले को सुलझाने के संबंध में भारतीय पीएम की घोषणा जरूरी उपलब्धि है. इससे पहले हिंदुस्तान के किसी पीएम ने ऐसा नहीं बोला है.’’
गौरतलब है कि नेपाल के पीएम प्रचंड के साथ पिछले महीने विस्तृत वार्ता के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने बोला था कि ऐसे में जबकि दोनों राष्ट्र द्विपक्षीय संबंधों को हिमाचल की ऊंचाई पर पहुंचाना चाहते हें, वे सीमाओं से जुड़े मामले सहित सभी मुद्दों को सुलझाएंगे.
नेपाल को हिंदुस्तान के लिहाज से जरूरी राष्ट्र माना जाता है क्योंकि दोनों राष्ट्र 1,850 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा साझा करते हैं. हिंदुस्तान के पांच राज्य सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, यूपी और उत्तराखंड की सीमाएं नेपाल से मिलती हैं.