तीसरे विमानवाहक पोत फुजियान का किया जलावतरण, 50 मानव रहित नौकाएं-ड्रोन ले जाने में सक्षम
चीन ने शुक्रवार को अपने तीसरे विमानवाहक पोत फुजियान का जलावतरण किया। कोविड-19 को लेकर शंघाई में लॉकडाउन के कारण इसके जलावतरण में दो महीने की देरी हुई। 23 अप्रैल को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी की 73वीं वर्षगांठ के आसपास इसका जलावतरण नहीं किया जा सका।
चीन ने शुक्रवार को अपने तीसरे विमानवाहक पोत फुजियान का जलावतरण किया। कोविड-19 को लेकर शंघाई में लॉकडाउन के कारण इसके जलावतरण में दो महीने की देरी हुई। 23 अप्रैल को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (पीएलएएन) की 73वीं वर्षगांठ के आसपास इसका जलावतरण नहीं किया जा सका।
चीन के आधिकारिक मीडिया ने जलावतरण की पुष्टि करते हुए बताया कि चीन का पहला विमानवाहक पोत लियाओनिंग सोवियत युग के जहाज का एक परिष्कृत रूप है, जिसका जलावतरण 2012 में किया गया था और उसके बाद 2019 में दूसरे विमानवाहक पोत 'शेडोंग' का जलावतरण किया गया जो स्वदेश में निर्मित था।
चीन के नए युद्धपोत को पहला ड्रोन विमान वाहक पोत बताया जा रहा है। जहाज 50 मानव रहित प्रणालियों को ले जा सकता है, जिसमें मानव रहित नौकाएं, ड्रोन और पानी के नीचे चलने वाले वाहन शामिल हैं। चीन अपनी नौसेना का तेजी से आधुनिकीकरण कर रहा है, जिसमें नए विमानवाहक पोतों का निर्माण भी शामिल है।
14वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 23 जून को बीजिंग में होगा : चीन
ब्रिक्स देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का 14वां शिखर सम्मेलन 23 जून को बीजिंग में डिजिटल माध्यम से आयोजित किया जाएगा। चीन के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे।
बता दें, चीन इस साल ब्रिक्स का अध्यक्ष है। शिखर सम्मेलन का विषय 'उच्च गुणवत्ता वाली ब्रिक्स साझेदारी को बढ़ावा देना, वैश्विक विकास के लिए एक नए युग की शुरुआत' है। सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो व दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के शामिल होने की उम्मीद है।