इमरान खान के बड़बोले मंत्री फवाद चौधरी के खिलाफ जज की पत्नी ने दाखिल की याचिका, दी थी घटिया बयानबाजी
शब्द का इस्तेमाल अपराधी गुटों और माफिया सरगनाओं के लिए इस्तमाल किया जाता है जो बहुत ही अपमानजनक है।
भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले पाकिस्तान के बड़बोले विज्ञान और तकनीक मंत्री फवाद चौधरी का एक जज के खिलाफ दिया गया बयान अब उनके ही गले की फांस बन गया है। सुप्रीम कोर्ट के जज काजी फैज ईसा की पत्नी सरीना अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं और उन्होंने फवाद चौधरी के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई शुरू करने के लिए याचिका दायर की है। इससे पहले फवाद चौधरी ने जस्टिस ईसा को अंडर ट्रायल जज करार दिया था और उन्हें चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी।
पीएम इमरान खान के लाडले मंत्री फवाद चौधरी ने पिछले दिनों अपने ट्वीट में कहा था कि वह इस हफ्ते सुप्रीम कोर्ट के एक अंडरट्रायल जज (जस्टिस ईसा) के भाषण को सुन रहे हैं। अगर मैं जवाब दे दूं तो लेक्चर शुरू हो जाएंगे जो हम दुखी से लेकर हमें अपमानित किया गया तक होगा। पाकिस्तानी मंत्री ने कहा, 'सर अगर अपने गॉडफादर इफ्तिखार चौधरी (पूर्व चीफ जस्टिस) की तरह से राजनीति के शौकिन हैं तो इस्तीफा दीजिए और पार्षद का चुनाव लड़ जाइए। आपको अपनी लोकप्रियता और स्वीकार्यता, दोनों ही पता चल जाएगी।'
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'कोर्टरूम के अंदर सीक्रेट कैमरा लगाए गए'
जस्टिस ईसा की पत्नी सरीना ने कहा कि फवाद चौधरी के ट्वीट से इस बात की पुष्टि हो गई है कि कोर्टरूम के अंदर सीक्रेट कैमरा लगाए गए हैं। इसके पीछे वजह यह है कि एक बार भी सुनवाई में पेश नहीं होने के बाद भी फवाद चौधरी वहां हो रही हर बातचीत को सुन रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके पति अभी भी सुप्रीम कोर्ट के जज हैं न कि एक विचाराधीन कैदी।
सरीना ने अपनी याचिका में कहा कि जस्टिस ईसा को अंडरट्रायल या विचाराधीन जज कहकर मंत्री ने पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट और एक वर्तमान जज का अपमान किया है। उन्होंने अपनी याचिका में गॉडफादर शब्द पर भी आपत्ति जताई और कहा कि इस शब्द का इस्तेमाल अपराधी गुटों और माफिया सरगनाओं के लिए इस्तमाल किया जाता है जो बहुत ही अपमानजनक है।