विशेषज्ञ ने किया आदिमानव को लेकर बड़ा दावा, 16 इंच लंबे हैं इसके पैर, सबूत आया सामने
उन्होंने बताया कि यह निश्चित रूप ना ही जानवर था और ना ही इंसान था, जो करीब सात फीट लंबा था.
पूरी दुनिया में ऐसी कई रहस्यमई चीजें हैं, जिनको लेकर अक्सर चर्चा होती है, लेकिन इनकों कभी देखा नहीं गया है. इनमें से ही एक बिगफुट (Bigfoot) है, जिसका पैर काफी बड़ा होता है. कहा जाता है कि ये आदिमानव करीब 7 फीट के होते है और इनके पैर काफी बड़े होते हैं. हालांकि अब तक यह कभी दुनिया के सामने नहीं आया है.
बिगफुट के बारे में आज भी बरकरार है रहस्य
ज्यादा बालों वाले ये आदिमानव घने जंगलों में ही रहते थे, जहां कोई आता-जाता नहीं है. ज्यादा बालों वाले जीवों में बिगफुट का नाम सबसे ऊपर आता है, जिनके बारे में आज भी रहस्य बरकरार है. पूरे विश्व में बिगफुट (Bigfoot) को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है. तिब्बत और नेपाल में इन्हें 'येती' का नाम दिया जाता है तो ऑस्ट्रेलिया में 'योवी' के नाम से जाना जाता है. भारत में इसे 'यति' कहते हैं.
ब्रिटिश विशेषज्ञ ने किया आदिमानव को लेकर बड़ा दावा
इसी बीच बिगफुट पर शोध करने वाले एक ब्रिटिश नागरिक ली ब्रिक्ली (Lee Brickley) ने दावा किया है कि उसके पास बिगफुट (Bigfoot) के होने का सबूत है और स्टैफोर्डशायर (Staffordshire) के जंगलों में एक 7 फीट का आदिमानव जंगल में घूम रहा है. 33 साल के विशेषज्ञ ली ब्रिकले का कहना है कि उन्होंने वेस्ट मिडलैंड्स ब्यूटी स्पॉट पर एक विशाल 16-इंच के पैरों के कठोर निशान की खोज की है, जो सिर्फ बिगफुट या आदिमानव से ही संबंधित हो सकती है.
1 दशक से बिगफुट पर रिसर्च कर रहे हैं ब्रिक्ली
ली ब्रिक्ली (Lee Brickley) ने दावा किया कि ये निशान जेंटलशॉ कॉमन इलाके में पाए गए हैं, जिसकी जानकारी उन्हें एक अनजान शिकारी ने दी थी. बिगफुट (Bigfoot) पर जोरशोर से खोज करने वाले शख्स ने यति (आदिमानव) के बारे में सबूत जुटाने में एक दशक से ज्यादा का समय लगाया और दावा किया कि यति इंग्लैंड में ही है. 1800 के दशक में कैनॉक चेज इलाके के आसपास बिगफुट के देखे जाने के कई दावे किए गए थे, जिन्हें बाद में नकार दिया गया था.
पैरों के निशान देख ब्रिक्ली रह गए हैरान
ली ब्रिक्ली ने डेली स्टार से बातचीत में बताया कि बहुत से लोग अब मुझे नियमित रूप से नई जानकारी पाने के लिए मैसेज भेजते हैं. उन्होंने बताया कि मुझे एक गुमनाम ईमेल मिला, जिसमें बताया गया कि शख्स कैनॉक चेज में जेंटलशॉ कॉमन इलाके में रिमोट कंट्रोल से विमान उड़ा रहा था, जहां उसने कुछ असामान्य देखा. इसके बाद जब वो उस जगह पर पहुंचा तो वहां पैरों के बड़े निशान को देख कर हैरान रह गया. ली ने हैरानी जताते हुए बताया कि वो ये सब कुछ देख कर हैरान रह गया. ली ने बताया कि मैंने अपने जीवन में कभी भी इतने बड़े पैरों के निशान नहीं देखे थे. यह एक सांचे या कास्ट से तो बिल्कुल भी नहीं बनाया गया था.
रिसर्च के दौरान बिगफुट को देखा
शोधकर्ता ली ब्रिक्ली ने बिगफुट को लेकर एक किताब भी लिखी है और दावा किया है कि किताब के लिए रिसर्च के दौरान ही उन्होंने बिगफुट (Bigfoot) को देखा था. उन्होंने बताया कि एक पेड़ पर जानवरों के पंजे के निशान पाए गए थे, जो काफी बड़े थे और ये सब देखना बिल्कुल अलग ही था. ली का यह भी दावा है कि उन्होंने एक बार अपनी किताब के लिए शोध करते समय बंदर जैसे जीव को देखा था, लेकिन जब उन्होंने इसके पास जाने की कोशिश की तो यह पेड़ों के बीच गायब हो गया. उन्होंने बताया कि यह निश्चित रूप ना ही जानवर था और ना ही इंसान था, जो करीब सात फीट लंबा था.