Russia Ukraine War: यूक्रेन में पुतिन की सेना किस तरह तबाही मचा रही है, इसके कुछ नए सबूत मिले हैं, जिसके बाद रूस के खिलाफ वैश्विक स्तर पर गुस्सा भड़क गया है. बूचा शहर की सड़कों पर पड़ी लाशों की तस्वीरें जिसने भी देखीं वह उनको भुला नहीं पा रहा है. अब सामने आया है कि रूसी सेना ने आम लोगों के साथ-साथ पत्रकारों को भी निशाना बनाया है. बता दें कि आज यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करेंगे.
यूक्रेनी सरकार का कहना है कि युद्ध के 40वें दिन यानी सोमवार तक रूसी हमलों में 18 पत्रकारों ने भी जान गंवाई है. मंत्रालय का दावा है कि अन्य 13 पत्रकार घायल हैं और 8 ऐसे हैं जिनको हिरासत में ले लिया गया है . वहीं तीन पत्रकार अब तक लापता हैं. कहा गया है कि 11 देशों के अलग-अलग पत्रकारों संग रूस ने अत्याचार किया है, जिसमें यूक्रेन के जर्नलिस्ट भी शामिल हैं.
यूक्रेन-रूस युद्ध का आज 41वां दिन है. लेकिन पुतिन की सेना को अबतक वे परिणाम नहीं मिले दिखते जिनकी उनको आशा थी. अबतक कीव पर यूक्रेन का ही कब्जा है. इस बीच अलग-अलग शहरों की तस्वीरें सामने आ रही हैं, जहां रूस का गुस्सा निकला है. बूचा समेत कई शहरों में आम लोगों की लाशें, बर्बाद हुईं इमारतें वैश्विक स्तर पर रूस के खिलाफ गुस्सा बढ़ा रही हैं.
युद्ध शुरू होने के बाद ही दुनिया के अलग-अलग देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं. इन प्रतिबंधों की वजह से रूस में जरूरी दवाओं की भी भारी कमी हो गई है. दवाओं की कमी से रूस के पिछड़े इलाकों के साथ-साथ राजधानी मॉस्को भी जूझ रहा है. रूस में इस वक्त करीब 80 तरह की दवाओं की कमी है. इसमें पेट की समस्याओं से जुड़ी दवाएं, मिर्गी रोकने वाली दवा आदि शामिल है.