डॉक्टर ने क्लिनिक में आई महिला को अपने ही स्पर्म से किया प्रेग्नेंट, फिर जो हुआ...
ऐसे हुआ खुलासा?
नई दिल्ली: एक डॉक्टर ने अपने क्लीनिक में आई महिला को अपने ही स्पर्म के जरिए प्रेग्नेंट कर दिया. डॉक्टर ने ये काम बिना उसे बताए किया. इसका खुलासा कई साल बाद महिला की बेटी ने डीएनए टेस्ट के जरिए किया. साल 1977 में हुई इस घटना में अब कोर्ट ने फैसला सुनाया है और डॉक्टर पर तगड़ा जुर्माना लगाया है.
दरअसल, अमेरिका के फ्लोरिडा की रहने वाली चेरिल रूसो और उनके पति पीटर (Peter) 1977 में डॉक्टर जॉन बॉयड कोट्स के पास गए थे. आर्टिफिशियल इन्सेमिनेशन प्रोसीजर के लिए एक मेडिकल स्टूडेंट का स्पर्म चेरिल को दिया जाना था. लेकिन मेडिकल स्टूडेंट के बजाय डॉक्टर जॉन ने धोखे से अपने स्पर्म का इस्तेमाल किया.
कई साल बाद जब चेरिल रूसो की बेटी बड़ी हुई तो उसने अपने जैविक पिता की खोज में DNA टेस्ट करवाया. जिसमें पता चला कि डॉक्टर जॉन उसके पिता हैं. जब ये बात रूसो दंपति तक पहुंची तो उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया. इसी मामले में अब कोर्ट का फैसला आया है.
कोर्ट ने डॉक्टर जॉन को हर्जाने के तौर पर 5.25 मिलियन डॉलर (करीब 40 करोड़ रुपये) रूसो दंपति को देने का आदेश दिया है. रिटायर्ड डॉक्टर जॉन की उम्र अब 80 साल हो चुकी है. उसने शुरू में चेरिल की बेटी का पिता होने से इनकार किया था.
चेरिल के वकील सेलेस्टे लारमी ने कहा कि जूरी का फैसला बिल्कुल सही था. वहीं डॉक्टर के वकील का कहना था कि वो "फैसले से हैरान और निराश हैं." nypost.com की रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने अपने दंडात्मक हर्जाने के फैसले के माध्यम से ऐसे डॉक्टरों को एक संदेश दिया है जो अपने पेशेंट के साथ धोखाधड़ी करते हैं. कोर्ट ने कहा- "इस तरह का व्यवहार करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे."