अरबपतियों की आलीशान दुनिया का काला सच, एयर होस्टेस ने कहा- खुद को करना पड़ा समझौता, किताब में कही ये बात
करोड़ों रुपये खर्च कर दुनिया के अरबपति आसमान में सफर के लिए अधितर निजी विमानों को ही पसंद करते हैं. ऐसे निजी विमान के अंदर ऐशो आराम की लगभग सारी चीजों उपलब्ध रहती हैं. इसके साथ ही, मेहमानों की देखभाल के लिए एयरहोस्टेस को भी रखा जाता है. लेकिन इस सपनों की आलीशान दुनिया के काला सच को एक पूर्व एयरहोस्टेस अपनी एक किताब में बखूबी बयां किया है. सास्किया स्वान नाम की इस एयर होस्टेस ने बताया है कैसे उसे निजी विमान के अंदर सफाई से लेकर शारीरिक संबंध तक के लिए मजबूर किया जाता था.
सास्किया ने अपनी किताब- 'सीक्रेट ऑफ ए प्राइवेट फ्लाइट अटेंडेंट' में लिखा है कि नौकरी ज्वाइन करने के लिए उसे आठ गुप्त समझौते पर दस्तखत करने पड़े थे. उसने बताया कि इकतालीस लाख रुपये के सलाना पैकेज पर उसे एक अरबपति के पास नौकरी मिली थी. इस दौरान उसका फाइव स्टार होटलों में रुकना होता था और ऐसा लगा कि पूरी जिंदगी बदल गई और आलीशान रूप से रहने लगी.
लेकिन, इस नौकरी का दूसरा पहलू भी था जिसका उसने जिक्र किया. उसने बताया कि वो अरबपति जब अपनी पत्नी को लेकर लॉस एंजिलिस ले गया तो वह भी साथ थी. उस समय उसने अपनी पत्नी को छोड़ दिया और उसके बाद सास्किया से कहा कि फौरन उनके पत्नी के होने के सारे सबूत वह नष्ट कर दे, जिसमें उसके कंघी, बैग, जूते आदि शामिल थे. सास्कियी को धमकी दी गई थी कि अगर उसकी गर्लफ्रेंड को दूसरी गर्लफ्रेंड के होने की बात चली तो वहीं नौकरी से हाथ धो बैठेगी.
सास्किया अपनी किताब में बताती है कि बाद में उसे पता चला कि वो अरबपति उससे फ्लाइट अटेंडेंट से कुछ और ज्यादा की उम्मीद कर रहा है. उसने बताया कि न्यूयॉर्क यात्रा के दौरान उसे यह धमकी दी गई कि अगर उसने अरबपति के साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाए तो नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा. लेकिन उस वक्त वह कर्ज से जूझ रही थी. उसकी आंखों में आंसू आ गए और उसने डिनर के न्यौते को स्वीकार किया.
इसके साथ ही, सास्किया ने अपनी किताब में एक सऊदी के प्रिंस के साथ विमान में बिताई बातों का भी जिक्र किया. उसने बताया जेद्दा में फ्लाइट अटेंडेंट को महल के अंदर ही रखा जाता था और शाही परिवार के साथ शारीरिक संबंध बनाने पर पैसे दिए जाते थे. इस दौरान हर महीने उन लड़कियों के एड्स की जांच की जाती थी. सास्किया आगे बताती है कि एक अरबपति जर्मन के साथ काम के दौरान उसे पालतू तोते को संभालना पड़ा क्योंकि वे तोते को काफी प्यार करते थे.