नई दिल्ली: इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स के स्मेथविक (Smethwick) में मंगलवार को एक हिंदू मंदिर के बाहर लगभग 200 लोगों की भीड़ ने जमकर हंगामा किया. इनमें से अधिकतर प्रदर्शनकारी मुस्लिम समुदाय से जुड़े हुए थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए. इसे एक तरह का सुनियोजित प्रदर्शन बताया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर शेयर इस घटना के वीडियो में एक विशेष समुदाय की भारी भीड़ को स्पॉन लेन स्थित दुर्गा भवन हिंदू मंदिर की ओर मार्च करते देखा जा सकता है. इनमें से कई प्रदर्शनकारियों को अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते सुना जा सकता है. हालात को बेकाबू होते देख पुलिस को इसकी सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन कुछ प्रदर्शनकारी मंदिर की दीवारों पर चढ़ गए.
बर्मिंघम वर्ल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, अपना मुस्लिम्स (Apna Muslims) नाम के एक सोशल मीडिया अकाउंट ने मंगलवार को दुर्गा भवन मंदिर के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आह्वान किया था. इसके बाद ही मंगलवार को भारी भीड़ मंदिर के बाहर जुटने लगी और नारेबाजी करने लगी.
इस मामले पर हिंदू मंदिर के पुजारी ने कहा है कि हमारे मंदिर में सभी समुदायों के लोग आते हैं. यहां हालात बिगाड़ने के लिए साजिश की जा रही है. लेकिन हमारी ओर से कोई भी समस्या नहीं है.
उधर, इमाम समूह के अध्यक्ष और सैंडवेल में बहुधर्म समूह के अध्यक्ष रागीह मुफ़्लिही ने कहा कि सभी धर्म के नेता किसी भी अप्रिय स्थिति को नहीं फैलाने देंगे.
स्मेथविक में हिंदू मंदिर के बाहर उपद्रव की खबर मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. पुलिस ने कहा कि हमें जानकारी मिली थी कि वेस्ट ब्रोमविच में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इसकी वजह स्पॉन लेन में मंदिर में एक वक्ता का आयोजित होने वाला कार्यक्रम था. हालांकि बताया गया कि बाद में आयोजन रद्द कर दिया गया है. इसके साथ ही जिस व्यक्ति का विरोध किया जा रहा था वह यूके में नहीं रह रहा है.
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध को सुविधाजनक बनाने और विरोध के अधिकार को कायम रखने का हमारा लंबा इतिहास है. लेकिन आमजन को इस तरह के प्रदर्शन से असुविधा न हो, इसका भी ध्यान रखना है.
यह घटना ऐसे समय पर हुई है, जब पिछले महीने हुए भारत, पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद बीते दिनों पूर्वी इंग्लैंड के लेस्टर शहर में दोनों संप्रदायों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस दौरान हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी और मंदिर के ऊपर लगे भगवा झंडे को उतारकर फेंक दिया गया था.
पुलिस ने इस घटना को गंभीर अव्यवस्था का मामला करार दिया था. इसके बाद लंदन में इंडियन हाई कमीशन को बकायदा बयान जारी कर इस घटना की कड़ी निंदा करनी पड़ी थी. कमीशन ने ब्रिटेन में हिंदू समुदाय के खिलाफ इस हिंसा की निंदा की थी और प्रभावितों को सुरक्षा मुहैया कराने का आह्वान किया था. इस मामले में अब तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.