कपल ने अपने बच्चे का नाम रखा व्लादमीर पुतिन, तो सरकार ने दिया यह आदेश
इस कानून को साल 2017 में फिर से अपडेट किया गया था। इससे पहले एक बार सरकार ने फोर्ड, अल्लाह जैसे नामों को भी बैन कर दिया था।
कई बार ऐसा होता है कि नेताओं और सेलिब्रिटी के चाहने वाले अपने नवजात बच्चों का नाम उनके नाम पर रख देते हैं। स्वीडन से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जब एक कपल ने अपने नवजात बेटे का नाम रूस के राष्ट्रपति 'व्लादिमीर पुतिन' के नाम पर रख दिया। हालांकि जैसे ही स्वीडन सरकार को इस बात का पता चला तो उन्होंने उस नाम को रखने पर कपल पर बैन लगा दिया है।
दरअसल, यह घटना स्वीडन की है। 'इंडिपेंडेंट' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां के लाहोम शहर में रहने वाले एक कपल ने अपने बच्चे का नाम रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नाम पर रख दिया। जानकारी के मुताबिक ये कपल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का फैन है और इन्होंने पहले से ही तय कर रखा था कि अगर उनको बेटा होगा तो नवजात का नाम व्लादिमीर पुतिन ही रखा जाएगा।
लेकिन यह नाम रखना इस कपल को काफी महंगा पड़ गया। जैसे ही स्वीडन सरकार को इस बात का पता चला स्थानीय प्रशासन ने आदेश दिया कि कपल द्वारा रखे गए इस नाम को बैन किया जाए और यह नाम बदलवाया जाए। स्थानीय प्रशासन ने इसके पीछे कोई कारण नहीं बताया लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि स्वीडन के कानून के हिसाब से बच्चों का नाम विवादित नहीं होना चाहिए ना ही वो नाम किसी बड़े सेलिब्रिटी के नाम पर होना चाहिए।
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि स्वीडन में यह नियम है कि बच्चा पैदा होने के तीन महीने के अंदर माता-पिता को अपने बच्चे का नाम सरकारी विभाग में बताना पड़ता है। और इसी क्रम में इस बच्चे के नाम को देखते ही उसे बदलने का आदेश दे दिया गया। हालांकि इस कपल ने अपने बच्चे का नाम पुतिन के नाम पर क्यों रखा गया था, इसकी वजह अलग-अलग बताई जा रही है।
बता दें कि एक तथ्य यह भी है कि स्वीडन में साल 1982 में नेमिंग लॉ को बनाया गया था। इस कानून को साल 2017 में फिर से अपडेट किया गया था। इससे पहले एक बार सरकार ने फोर्ड, अल्लाह जैसे नामों को भी बैन कर दिया था।