'डेल्टा प्लस वैरिएंट' से ब्रिटेन में 50 हजार के करीब पहुंचा मामला, वैज्ञानिकों ने शुरू की निगरानी
ब्रिटेन में कोरोनावायरस के डेल्टा वैरिएंट का कहर अभी थमा भी नहीं था कि इसके एक और विकसित रूप के कहर मचाने के मामले सामने आने लगे हैं।
ब्रिटेन में कोरोनावायरस के डेल्टा वैरिएंट का कहर अभी थमा भी नहीं था कि इसके एक और विकसित रूप के कहर मचाने के मामले सामने आने लगे हैं। दरअसल, ब्रिटेन में सोमवार को कोरोना के करीब 50 हजार केस दर्ज किए गए। वह भी तब जब देश की आधी से ज्यादा जनता दोनों डोज हासिल कर चुकी है और बूस्टर डोज भी लगाना शुरू किया जा चुका है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ब्रिटेन में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के म्यूटेटेड वर्जन की वजह से हो सकता है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यह नया वैरिएंट डेल्टा से 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक है। हालांकि, रिसर्चर्स ने साफ किया है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह वैरिएंट डेल्टा से ज्यादा खतरनाक होगा और सामान्य टेस्ट से इसकी पहचान नहीं हो सकती।
इस नए वैरिएंट को AY.4.2 कोड दिया गया है। माना जा रहा है कि यह डेल्टा के एवाई.4 सबवैरिएंट से दो म्यूटेशन के बाद पैदा हुआ है। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के पूर्व कमिश्नर स्कॉट गॉटलिब ने इस वैरिएंट को डेल्टा प्लस करार दिया है। हालांकि, डेल्टा प्लस नाम पहले ही डेल्टा के K417N म्यूटेशन को दिया जा चुका है।
ब्रिटेन में पहली बार सामने आया यह वैरिएंट अमेरिका में भी फैला है। अब तक इससे जुड़े 14 हजार 705 केस सामने आ चुके हैं। फिलहाल अमेरिका के पांच राज्य- वॉशिंगटन, ओरेगॉन, कैलिफोर्निया, नॉर्थ कैरोलाइना और वॉशिंगटन डीसी में इस वैरिएंट की पहचान की जा चुकी है।