यूरोप में टैक्सटाइल का निर्यात रुका: 5000 करोड़ के कारोबार पर संकट

Update: 2022-02-27 04:59 GMT

विश्व के 65 से ज्यादा देशाें में कपड़ा व यार्न एक्सपाेर्ट करने वाली टेक्सटाइल सिटी भीलवाड़ा यूक्रेन व रूस युद्ध से चिंतित है। काेराेना से उबर रहे कपड़ा उद्याेग पर युद्ध का असर आने लगा। सर्वाधिक असर पाेलैंड व टर्की के एक्सपाेर्ट मार्केट पर पड़ा है। भीलवाड़ा से रूस व यूक्रेन में कपड़ा या यार्न सीधे एक्सपाेर्ट नहीं हाेता है, पर तुर्की के मार्फत यूक्रेन में यहां का कपड़ा एक्सपाेर्ट हाेता है। एक्सपाेर्टर गिरिराज अजमेरा के अनुसार, युद्ध लंबा चला ताे तुर्की, पाेलैंड, जर्मनी, इटली आदि में यार्न व कपड़े का एक्सपाेर्ट रुक सकता है। रूस व यूक्रेन से पाेलैंड की सीमा लगी हुई है, जिस पर सैनिक तैनात हाेने से लाॅकडाउन जैसे हालात हैं। इस युद्ध से अभी बड़ा असर नहीं आया, लेकिन पेट्राेलियम उत्पादाें के दाम बढ़ सकते हैं। फायबर व पाॅलिस्टर फायबर महंगा हाेने से कपड़ा इंडस्ट्री पर मार पड़ सकती है। करीब 20 हजार कराेड़ सालाना के टेक्सटाइल काराेबार में 5 हजार कराेड़ सालाना काराेबार एक्सपाेर्ट का है। इसमें कपड़ा व यार्न दाेनाें शामिल है।

युद्ध लंबा चलता है ताे क्रूड के दाम बढ़ेंगे और फायबर महंगा हाेगा। पाेलैंड में हमारा भी काराेबार है। एक तरह से वहां अभी लाॅकडाउन जैसे हालात हैं। व्यापारियाें के बीच बिजनेस डील रुकी हैं। वहां वूलन ज्यादा उपयाेग हाेता है, यार्न का एक्सपाेर्ट हाेता है। -अनिल मानसिंहका, एमडी, शारदा ग्रुप | रूस व यूक्रेन में हमारा सीधा व्यापार नहीं है। टर्की में बड़ा मार्केट है। जाे ऑर्डर मिले थे, वे कैंसिल तो नहीं हुए, पर युद्ध लंबा चला तो एक्सपाेर्ट पर असर आएगा।

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