अफगानिस्तान में छूटे अमेरिकी हथियारों से कश्मीर पर हमलों की तैयारी में हैं आतंकी

भारतीय सुरक्षा विशेषज्ञ लगातार कहते रहे हैं कि अफगानिस्तान में तालिबान के आने का असर कश्मीर घाटी में भी देखने को मिल सकता है। ताजा रिपोर्ट यह है कि कश्मीर घाटी के आंतकी ग्रुप्स अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना द्वारा छोड़े गए हथियार और गोला-बारूद को अपने कब्जे में ले लिया है।

Update: 2022-01-21 06:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय सुरक्षा विशेषज्ञ लगातार कहते रहे हैं कि अफगानिस्तान में तालिबान के आने का असर कश्मीर घाटी में भी देखने को मिल सकता है। ताजा रिपोर्ट यह है कि कश्मीर घाटी के आंतकी ग्रुप्स अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना द्वारा छोड़े गए हथियार और गोला-बारूद को अपने कब्जे में ले लिया है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि हाल ही में एक आतंकी ग्रुप द्वारा रिलीज किए वीडियो में अमेरिकी राइफल्स और पिस्टल्स देखे गए हैं।

हाल के ऑपरेशंस में मिले हैं अमेरिकी हथियार
जम्मू और कश्मीर में हाल के दिनों में सेना और सुरक्षा बलों ने अलग-अलग ऑपरेशंस में छह विदेशी आतंकियों को मारा है। इन सभी आतंकियों के पास से अमेरिकी एम4 कार्बाइन राइफल मिले हैं। माना जा रहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान अमेरिकी हथियार और गोला-बारूद को बेच रहा है। पाकिस्तान के आतंकी ग्रुप तालिबान से ये हथियार और गोला-बारूद खरीद रहे हैं और उन्हें कश्मीर घाटी भेज रहे हैं।
पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट ने जारी किया है वीडियो
पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट नाम के एक आतंकी द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में कई आतंकियों को M249 ऑटोमेटिक राइफल 509 टैक्टिकल गन, M1911 पिस्टल और M4 कार्बाइन राइफल का इस्तेमाल करते देखा जा सकता है। बता दें कि इन सभी हथियारों का इस्तेमाल अमेरिकी सेना भी कर रही है।
भारतीय सुरक्षा बल अलर्ट
सुरक्षाबलों के मुताबिक कश्मीर घाटी में करीब 85 विदेशी आतंकी हैं। इन विदेशी आतंकी अमेरिकी असॉल्ट राइफल लेकर चल रहे हैं। सुरक्षा बलों का यह भी मानना है कि ये राइफ्लस, पिस्टल्स, ग्रेनेड आदि ड्रोन की मदद से सीमा पार से भेजे जा रहे हैं। भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने हाल के दिनों में घाटी में कई आतंकी हमलों को नाकाम किया है। लेकिन अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आ रहे हथियार सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती हैं।


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