तालिबान के कब्जे के बाद से पाकिस्तान में आतंकी हमलों में 51 प्रतिशत की वृद्धि
इस्लामाबाद: अफगानिस्तान में तालिबान की स्थापित होने के बाद आफगानियों के साथ पाकिस्तानियों में भी दहशत का माहौल है। हालिया रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि तालिबान आने के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में 51 फीसदी आतंकवादी घटनाएं बढ़ी है। यह दावा स्थानीय थिंक टैंक की रिपोर्ट में किया गया है।
पाक इंस्टीट्यूट ऑफ पीस स्टडीज (पीआईपीएस) की रिपोर्ट के अनुसार 'अफगानिस्तान में तालिबान शासन आने के बाद न सिर्फ अफगानिस्तान में आतंकी घटनाएं बढ़ी है बल्कि पाकिस्तान में भी आतंकवादी घटनाएं बढ़ी है। पीआईपीएस की रिपोर्ट के मुताबिक 15 अगस्त 2021 से 14 अगस्त 2022 के बीच पाकिस्तान में 250 आतंकवादी हमले हुए जिनमें 433 लोगों की जान गई और 719 लोग घायल हुए।
थिंक टैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हाल के महीने में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आंतकवादियों के अफगानिस्तान से वापसी की खबरों से खैबर पख्तूनख्वा के लोगों में भय और घबराहट का माहौल है। इससे भी अधिक चिंता की बात यह है कि आतंकवादियों की गतिविधियां खैबर पख्तूनख्वा के अहम स्थानों जैसे पेशावर, स्वात, दीर और टैंक में देखने को मिली है जो संकेत देता है कि उसका विस्तार हो रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार हाल में निचले दीर जिले की पुलिस ने स्थानीय लोगों को परामर्श जारी कर मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए अपनी सुरक्षा की व्यवस्था करने को कहा था। पुलिस ने स्थानीय लोगों से बेवजह यात्रा नहीं करने और लाइसेंसी हथियार साथ रखने की सलाह दी थी।