तालिबान का आतंक: अब तक 3200 नागरिकों को निकाला, अफगानिस्तान में क्या हो रहा, पढ़ें हर अपडेट

ये यात्री विमान के अंदर नहीं घुस सके थे और विमान के बाहर ही लटके हुए थे।

Update: 2021-08-18 06:17 GMT

बीते कई महीनों चले खूनी संघर्ष के बाद अफगानिस्तान में अब तालिबान का राज हो गया है। अफगानिस्तान में तालिबान का राज कैसा होगा, अस्थिरता कब खत्‍म होगी और कब अमन-चैन से लोग रहेंगे, इसे लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता। मगर तालिबान ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में दुनिया को भरोसा दिया है कि नए अफगानिस्‍तान से किसी को भी किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा। हालांकि, उसने यह भी कहा कि वह इस्लामी कानून के तहत ही महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करेगा। इस बीच भारत ने मंगलवार को अपने करीब 150 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला है। वहीं अमेरिका भी अब तक तीन हजार से अधिक लोगों को निकाल चुका है। तो चलिए जानते हैं अफगानिस्तान में क्या हो रहा है और दुनिया तालिबान की हुकूमत पर क्या-क्या कह रही है।

अमेरिका ने अब तक 3200 लोगों को निकाला


जब अफगान सैनिक ही नहीं लड़ते तो हम अपने बेटे-बेटियों को लड़ने क्‍यों भेजें?
अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने जनता से कहा है कि अगर अफगानी सैनिक नहीं लड़ते तो मैं कितनी पीढ़ियों तक अमेरिकी बेटे-बेटियों को भेजता रहूं। उन्‍होंने कहा कि मेरा जवाब साफ है। मैं वो गलतियां नहीं दोहराऊंगा जो हम पहले कर चुके हैं।' दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने के फैसले का बचाव करते हुए अफगान नेतृत्व को बिना किसी संघर्ष के तालिबान को सत्ता सौंपने के लिए जिम्मेदार ठहराया और साथ ही तालिबान को चेतावनी दी कि अगर उसने अमेरिकी कर्मियों पर हमला किया या देश में उनके अभियानों में बाधा पहुंचायी, तो अमेरिका जवाबी कार्रवाई करेगा।
तालिबान की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस


तालिबान ने मंगलवार को इस्लामी कानून के तहत महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने का वादा किया और अपना विरोध करने वालों को माफी देने तथा सुरक्षित अफगानिस्तान सुनिश्चित करने की घोषणा की। यह घोषणा विश्व के नेताओं और डरे हुए लोगों को यह दिखाने का प्रयास है कि तालिबान अब बदल गया है। मुजाहिद ने मंगलवार को अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। वर्षों तक उसके द्वारा विद्रोहियों की ओर से गुपचुप तरीके से बयान जारी किए जाते रहे हैं। मुजाहिद ने यह भी कहा कि तालिबान चाहता है कि निजी मीडिया ''स्वतंत्र रहे'', लेकिन उसने इस बात को विशेष तौर पर रेखांकित किया कि पत्रकारों को ''देश के मूल्यों के खिलाफ काम नहीं करना चाहिए।''
काबुल एयरपोर्ट पर डरावना मंजर
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से अफरातफरी का माहौल है। लोग देश छोड़कर किसी तरह जान बचाना चाहते हैं। इसी बीच तोलो न्‍यूज एजेंसी ने काबुल एयरपोर्ट का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक विमान से चार यात्री नीचे गिर गए हैं। ये यात्री विमान के अंदर नहीं घुस सके थे और विमान के बाहर ही लटके हुए थे।

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