अमेरिका के दस प्रांतों ने लगाया गूगल पर ऑनलाइन विज्ञापन के एकाधिकार का आरोप

अमेरिका के दस प्रांतों ने गूगल पर गैरकानूनी तरीके से उस तकनीक पर एकाधिकार का आरोप लगाया है,

Update: 2020-12-17 14:03 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :  वाशिंगटन, अमेरिका के दस प्रांतों ने गूगल पर गैरकानूनी तरीके से उस तकनीक पर एकाधिकार का आरोप लगाया है, जिसके माध्यम से ऑनलाइन विज्ञापन जारी किए जाते हैं। ऑनलाइन विज्ञापन पर एकाधिकार बनाए रखने के लिए कंपनी पर फेसबुक के साथ मिलकर गैरकानूनी तरीके से काम करने का भी आरोप लगाया गया है। उधर, कंपनी ने कहा कि यह मुकदमा पूरी तरह आधारहीन है और वह इसे कोर्ट में चुनौती देगी। बता दें कि ऑनलाइन विज्ञापनों से होने वाली आय में गूगल की हिस्सेदारी एक तिहाई है।

प्रांतों के अटॉर्नी जनरल ने कहा कि गूगल वेब पर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए ना केवल बहुत अधिक शुल्क ले रहा है बल्कि कंपनी के प्रभुत्व को चुनौती देने वाले प्रतिद्वंद्वियों को मैदान से ही बाहर कर दिया है। टेक्सॉस के अटॉर्नी जनरल केन पैक्सटन ने मुकदमे की योजना की घोषणा करते हुए ट्विटर पर जारी एक वीडियो में कहा, 'अगर मुक्त बाजार बेसबॉल का खेल होता तो कंपनी अपने आपको पिचर, बैटर और अंपायर तीनों जगह स्वयं को ही तैनात कर लेती।' टेक्सास के पूर्वी जिले में दायर की गई इस शिकायत में देश की सबसे बड़ी तकनीकी कंपनी की जमकर आलोचना की गई है।
बता दें कि अमेरिका और यूरोप के नियामकों ने भी आधुनिक अर्थव्यवस्था में अमेजन, एपल, फेसबुक और गूगल के बढ़ते प्रभाव पर चिंता व्यक्त की है। इससे पहले अक्टूबर में न्याय विभाग और 11 प्रांतों ने कहा था कि गूगल ने ऑनलाइन सर्च इंजन में और परिणामों के दौरान दिखाई पड़ने वाले विज्ञापनों पर अवैध रूप से एकाधिकार कर रखा है। पिछले सप्ताह फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) और 40 से अधिक प्रांतों ने फेसबुक पर छोटे प्रतिद्वंदियों का अधिग्रहण करके प्रतियोगिता खत्म कर दी है। इन्होंने तर्क दिया था कि कंपनी को तोड़ देना चाहिए।
फेसबुक ने एपल पर लगाया गैर प्रतिस्पर्धात्मक व्यवहार का आरोप
फेसबुक ने प्रतिद्वंद्वी तकनीकी कंपनी एपल पर गैर प्रतिस्पर्धात्मक कार्यो में उलझाने का आरोप लगाया है। बता दें कि एपल द्वारा आइओएस14 के प्राइवेसी नियमों में परिवर्तन के चलते पहले ही दोनों कंपनियां आमने-सामने हैं। फेसबुक के एड एंड बिजनेस प्रोडक्ट के वाइस प्रेसिडेंट डैनी लेवी ने कहा कि एप स्टोर पर नियंत्रण का उपयोग करके एपल गैर प्रतिस्पर्धात्मक व्यवहार कर रही है। इसके जवाब में एपल ने कहा कि नए नियमों से फेसबुक को अपनी उस नीति में बदलाव नहीं करना होगा, जिसमें वह ना केवल यूजर को आसानी से टै्रक कर सकता था बल्कि यूजर्स की जरूरत के मुताबिक विज्ञापन बना सकता था। हालांकि इसके लिए फेसबुक को यूजर्स को एपल उपकरणों का विकल्प चुनने की आजादी देनी होगी।


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