नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन सीमा पर घटनाक्रम आज बहुत तेजी से बदल रहे हैं. यूक्रेन में रूस ने सैन्य कार्रवाई की शुरुआत कर दी है. यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार सुबह धमाके भी सुनाई दिए हैं. फिलहाल अमेरिका ने रूस को चेताया है. वहीं चीन ने मामले को शांति से सुलझाने की गुजारिश की है. इधर यूक्रेन की सरकार ने अब वहां मार्शल लॉ लागू कर दिया है.
UN में रूस ने हमले पर अपना पक्ष भी रखा है. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा घोषित विशेष अभियान यूक्रेन के लोगों की रक्षा के लिए हैं, जो वर्षों से पीड़ित हैं. हमारा लक्ष्य यूक्रेन को नरसंहार से मुक्त करना है.
मिसाइल अटैक के बाद यूक्रेन के मारियुपोल (Mariupol) शहर में टैंक देखे गए हैं. इसके अलावा वहां एयरपोर्ट के पास मौजूद सेना की जगह पर धुआं निकलता देखा गया है. दूसरे शहरों में एयरपोर्ट पर भी हमले हुए हैं.
यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने रूस से जंग रोकने की अपील की है. उन्होंने ट्वीट किया, 'राष्ट्रपति पुतिन मानवता के नाम पर अपनी सेना को रूस वापस ले जाएं. यह विवाद अब थमना चाहिए.'
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने बताया है कि उन्होंने विभिन्न देशों से बात करके मदद मांगी है. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्वीट किया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति, जर्मनी के चांसलर, यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष, पोलैंग के राष्ट्रपति, यूके के राष्ट्रपति से बात की है. उनसे पुतिन को यह जंग रोकने के लिए कहा है. पुतिन विरोधी गठबंधन तैयार किया जा रहा है. उसपर प्रतिबंध लगने चाहिए. यूक्रेन को डिफेंस और वित्तीय सहायता मिलनी चाहिए.