40 टन लोहे के फ्रिज बने टैंक! रूस की सेना का हुआ ये हाल

Update: 2022-03-09 06:39 GMT

Russia Ukraine War: यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरने के लिए रूस से 64 किलोमीटर लंबा सैन्य काफिला आया था, लेकिन वह अबतक अपनी मंजिल पर नहीं पहुंच पाया है और उसके साथ आए जवान बुरे हालातों से जूझ रहे हैं. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, यह काफिला कीव से करीब 20 मील (लगभग 32 किलोमीटर) की दूरी पर है.

रूस का यह काफिला यांत्रिक समस्याएं, ईंधन आपूर्ति और यूक्रेनी सेना के कड़े जवाबी हमले की वजह से कई दिनों से यहीं फंसा हुआ है.
रिपोर्ट के मुताबिक, कीव के इलाके में जहां रूसी सेना मौजूद है वहां माइनस 20 डिग्री तक तापमान गिर रहा है. इसकी वजह से रूसी सेना के टैंक मानों 40 टन के लोहे वाले फ्रिज जैसे बन गए हैं.
खबर के मुताबिक, पूर्व ब्रिटिश आर्मी मेजर केविन प्राइस ने कहा है कि तापमान गिरने के साथ-साथ रूसी टैंक और कुछ नहीं बल्कि '40 टन के फ्रीजर' बन जाएंगे. उनका दावा है कि इससे रूसी सैनिकों का मनोबल टूटेगा क्योंकि वह ठंडे मौसम में युद्ध (Arctic-style warfare) के लिए तैयार नहीं दिख रहे.
जमा देनी वाली इस ठंड में रूसी जवान टैंक के अंदर ही रहने को मजबूर हैं. आने वाले दिनों में तापमान और ज्यादा गिरने का अनुमान है. यह जवानों के साथ-साथ यूक्रेन छोड़ने की कोशिश में लगे लोगों के लिए भी दिक्कत पैदा करेगा.
रूस ने पिछले महीने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू की थी. हालांकि, यूक्रेन की तरफ से भी लगातार जवाब दिया जा रहा है. यूक्रेन का दावा है कि उन्होंने अबतक रूस के 12 हजार से ज्यादा सैनिक मार गिराए हैं, वहीं 300 टैंकों को तबाह किया गया है. दूसरी तरफ रूसी सेना की तरफ से यूक्रेन के अहम शहरों पर बमबारी जारी है, जिसमें कई आम नागरिकों की मौत हो चुकी है.

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