काबुल के लोगों को तालिबान का बड़ा फरमान, सरकारी वाहन और हथियारों को करे वापस
कई नागरिकों का कहना है कि राजनीतिक अनिश्चितता, बेरोजगारी और सुरक्षा के मुद्दों ने उन्हें देश छोड़ने के लिए मजबूर किया है।
तालिबान ने काबुल के नागरिकों को नया फरमान सूनाया है। लोगों से सरकारी संपत्ति को सौंपने का निर्देश दिया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने समूह के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के हवाले से कहा है कि काबुल में रहने वाले सभी लोगों से वाहन, हथियार और गोला-बारूद सहित सभी सरकारी संपत्तियों को वापस करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही सरकारी कर्मचारियों से अपने कार्यालयों में लौटने और सामान्य रूप से अपना काम फिर से शुरू करने का भी आह्वान किया गया है।
इस बीच तालिबान के एक अधिकारी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि अमेरिका और गठबंधन बलों ने काबुल हवाई अड्डे के तीन गेट की सुरक्षा को अपने नियंत्रण में ले लिया है। फिलहाल अमेरिकी सैनिकों का हवाई अड्डे के एक छोटे से हिस्से पर ही नियंत्रण है, जहां हवाई अड्डे का रडार सिस्टम स्थित है। 15 अगस्त को तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद हवाई अड्डे पर तैनात किए गए अमेरिकी और गठबंधन बलों के सैनिकों की संख्या में बी कमी हुई है।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने अनुमान लगाया है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अगले चार महीनों में करीब 5 लाख अफगान नागरिक युद्धग्रस्त देश छोड़ सकते हैं। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को जारी एक बयान में यूएनएचसीआर ने कहा कि अगस्त के मध्य में तालिबान के हाथों पूर्व सरकार के पतन के बाद राजनीतिक अनिश्चितता लोगों को बड़े पैमाने पर देश छोड़ने के लिए मजबूर कर रही है।
इशके साथ ही यूएनएचसीआर ने पड़ोसी देशों से अफगान शरणार्थियों के लिए अपनी सीमाएं खुली रखने को कहा है। इस बीच, विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने संयुक्त राष्ट्र से जरूरतमंद अफगानों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए संगठन को 1.2 करोड़ डॉलर देने को कहा है। कई नागरिकों का कहना है कि राजनीतिक अनिश्चितता, बेरोजगारी और सुरक्षा के मुद्दों ने उन्हें देश छोड़ने के लिए मजबूर किया है।