पहली बार हुआ तालिबानी जज का इंटरव्यू, जानिए कैसा होगा अफगानिस्तान का नया शरिया कानून ?
आम लोग शरिया कानून के बारे में सोचकर ही खौफ में हैं।
तालिबानी शासन में लोगों का जीवन कैसे होगा, उन्हें किन नियमों का पालन करना होगा, नियमों का उल्लंघन करने पर उन्हें कौन सी सजा मिलेगी, इसकी एक झलक तालिबान के एक जज ने कर दी है। 38 साल के तालिबानी जज गुल रहीम ने मध्य अफगानिस्तान में अपने तालिबान-नियंत्रित जिलों में बना गये नये नियमों के बारे में बताया है।
जिसमें कहा गया है कि चोरों का हाथ और पैर काट दिया जाएगा,
महिलाओं के घर से अकेले बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है, समलैंगिता अपराधा है और पकड़े जाने पर पुरूषों को ऊंची दीवार से नीचे गिराकर मारा जाएगा। इसके अलावा भी तालिबान की तरफ से लोगों के निए कई बेरहम नियम बनाए गये हैं, आईये उन नियमों के बारे में जानते हैं। तालिबान के खौफनाक नियम तालिबान के 38 साल के जज गुल रहीम ने कहा कि उनका उद्येश्य पूरे अफगानिस्तान के अंदर शरिया कानून लागू करना है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना के देश से निकलने के बाद हमारा पहला लक्ष्य पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा करना है
और फिर पूरे देश में सख्त शरिया कानून लागू करना है। उन्होंने कहा कि शरिया कानून लागू करने का लक्ष्य हमारा हमेशा से था और रहेगा। तालिबान का दावा किया है कि उन्होंने पहले ही अफगानिस्तान के 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्से पर कब्जा कर लिया हैॉ, क्योंकि नाटो ने देश से अपनी सेना वापस बुला ली है। वहीं, अफगान सेना तालिबानों को रोकने की कोशिश में है तो आम लोग शरिया कानून के बारे में सोचकर ही खौफ में हैं।