ISI की कठपुतली है तालिबान, पैंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन का दावा
पाकिस्तान और उसकी कुख्यात खुफिया एजेंसी पर अफगानिस्तान पर कब्जा करने में तालिबान का समर्थन करने का आरोप लगाया गया है।
तालिबान के भीतर चल रहे आंतरिक संकट को हल करने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के प्रमुख फैज हमीद ने काबुल का दौरा किया। खबरों के अनुसार, अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन को लेकर तालिबान के गुटों के बीच झड़प हुई, जिसमें समूह के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर घायल हुए हैं और फिलहाल पाकिस्तान में उनका इलाज चल रहा है।
अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट (एइआइ) के रेजिडेंट स्कालर माइकल रुबिन ने लिखा है कि हमीद की आपातकालीन काबुल यात्रा इस बात की पुष्टि करता है कि तालिबान केवल आइएसआइ की कठपुतली है। 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने वाला तालिबान पिछले कुछ दिनों से अफगानिस्तान में सरकार बनाने की जद्दोजहद में लगा हुआ है। हालांकि समूह ने अभी तक इस पर कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के बीच सत्ता के बंटवारे को लेकर मतभेदों के कारण सरकार के गठन में देरी हुई है।