पंजशीर घाटी में तालिबान का भारी विरोध का पड़ रहा सामना, हिंसक मुठभेड़ में 8 लड़ाको की मौत
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के उत्तर में पंजशीर घाटी में तालिबान का भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के उत्तर में पंजशीर घाटी में तालिबान का भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने तालिबान के विरोधी ग्रुप का हवाला देते हुए कहा कि हिंसक झड़प के दौरान आठ तालिबानी लड़ाके मारे गए हैं.
15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के नियंत्रण के बाद पंजशीर ही एक मात्र ऐसा प्रांत है, जिस पर वह अब तक अपना कब्जा नहीं कर पाया है. इसके साथ ही, उसके पड़ोस के बगलान प्रांत में तालिबान और स्थानीय बलों में जोरदार लड़ाई चल रही है.
इधर, अफगानिस्तान से अमेरिकी बलों की पूर्ण वापसी के बाद तालिबान ने काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को पूरी तरह अपने नियंत्रण में ले लिया है. इस दौरान वहां पर खड़े होकर, तालिबान नेताओं ने देश को सुरक्षित करने, हवाईअड्डे को फिर से खोलने और पूर्व प्रतिद्वंद्वियों को माफी देने का संकल्प जताया.
देश को नियंत्रण में लेने का संकेत देते हुए पगड़ी पहने तालिबान नेताओं को 'टरमैक' पार करते हुए , उनकी बदरी इकाई के लड़ाकों ने घेर लिया. इस दौरान उन्होंने खाकी वर्दी में तस्वीरें भी खिंचवाईं. हवाईअड्डे को फिर से चालू करना तालिबान के सामने 3.8 करोड़ की आबादी वाले देश पर शासन करने की बड़ी चुनौतियों में से एक है, जो दो दशकों से अरबों डॉलर की विदेशी सहायता पर टिका हुआ था.
तालिबान के एक शीर्ष अधिकारी हिकमतउल्ला वासिक ने 'एपी' से कहा, '' आखिरकार अफगानिस्तान अब मुक्त हो गया है. हवाईअड्ड पर मौजूद लोग और सेना हमारे साथ और हमारे नियंत्रण में है. उम्मीद है कि हम जल्द ही अपने मंत्रिमंडल की घोषणा करेंगे. सब कुछ शांतिपूर्ण और सुरक्षित है.'' वासिक ने लोगों से काम पर लौटने की अपील की और सभी को माफ करने के अपने संकल्प को दोहराया. उन्होंने कहा, '' लोगों को सब्र रखना होगा. धीरे-धीरे हम सब कुछ पटरी पर ले आएंगे. इसमें समय लगेगा.