तालिबान दावा है कि उन्होंने पंजशीर घाटी में गवर्नर ऑफिस पर कब्जा कर लिया है. पंजशीर एकमात्र ऐसा प्रांत है जो अभी भी अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण से बाहर है. हालांकि अफगानिस्तान के नेशनल रेजिसटेंस फ्रंट (एनआरएफए) तालिबान के चौतरफा हमले के खिलाफ प्रांत की रक्षा में जुटा हुआ है. बता दें कि न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने तालिबान के हवाले से दावा किया था कि काबुल (Kabul) में शुक्रवार को तालिबान अपनी नई सरकार का गठन करेगा, लेकिन देर शाम कुछ वजहों से ऐसा नहीं हो पाया. इसके बाद तालिबान के प्रवक्ता ने शनिवार को नई सरकार के गठन की बात कही, लेकिन आज भी ये टल गया. अब कहा जा रहा है कि 2-3 दिन के अंदर तालिबान अफगानिस्तान में सरकार बना लेगा.
काबुल के इमरजेंसी हॉस्पिटल के एक अधिकारी का कहना है कि राजधानी में तालिबान लड़ाकों द्वारा जश्न में अपने हथियारों को हवा में लहराने और फायरिंग की वजह से दो लोगों की मौत हो गई जबकि 12 अन्य घायल हो गए. काबुल में तालिबान ने पंजशीर प्रांत में आगे बढ़ाने पर जश्न मनाने के लिए शुक्रवार रात हवा में फायरिंग की, जो अभी भी तालिबान विरोधी गुटों के नियंत्रण में है. हॉस्पिटल के अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बात की क्योंकि वह मीडिया को जानकारी देने के लिए अधिकृत नहीं थे. दूसरी ओर, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने ट्विटर पर हवा में फायरिंग की प्रथा की आलोचना की और अपने लोगों से इसे तुरंत रोकने का आह्वान किया. टोलो न्यूज ने बताया कि शुक्रवार रात को तालिबान की ओर से जश्न मनाने के लिए की गई जोरदार फायरिंग में काफी लोगों की मौत हो गई है. कम से कम 17 शवों और 41 घायलों को इमरजेंसी हॉस्पिटल में स्थानांतरित किया गया.