इमरान खान को तालिबान ने कहा ISI के हाथों की 'कठपुतली', क्या बिगड़ रहे हैं रिश्ते?
तालिबान नेताओं ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के ऊपर जमकर हमला बोला है
तालिबान (Taliban) नेताओं ने पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के ऊपर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि इमरान खान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) की कठपुतली हैं. तालिबान के एक प्रवक्ता स्थानीय टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, 'इमरान सरकार इस्लामिक अमीरात (Islamic Emirates) के खिलाफ राष्ट्रवादी अफगानों को भड़काने की कोशिश कर रही है. ये उनके उद्देश्यों में से एक है.' प्रवक्ता ने ये भी कहा कि पाकिस्तान जल्द ही बिखर जाएगा और वह FATF की ब्लैकलिस्ट में होगा.
पाकिस्तान और तालिबान के बीच शुरू में दोस्ती देखने को मिली थी. लेकिन अब ऐसा लग रहा है, दोनों के बीच रिश्ते बिगड़ रहे हैं. वहीं, पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) मोईद यूसुफ ने हाल ही में काबुल (Kabul) में बड़े इस्लामाबाद विरोधी प्रदर्शन की योजना के चलते अपने प्रस्तावित अफगानिस्तान दौरे को रद्द कर दिया. यूसुफ को सीमा पर बाड़ के मुद्दे पर चर्चा के लिए मंगलवार (18 जनवरी) को अफगानिस्तान जाने वाले एक अंतर-मंत्रालयी पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करना था. इसके साथ ही प्रतिनिधिमंडल को तालिबान शासन के साथ बातचीत के दौरान अफगानिस्तान की मानवीय आवश्यकताओं का जायजा लेना था.
NRF अभी भी लड़ रहा है जंग
तालिबान (Taliban) को अफगानिस्तान (Afghanistan) में सत्ता संभाले हुए पांच महीने से अधिक का वक्त हो चुका है. लेकिन नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स (NRF) अभी भी तालिबान लड़ाकों संग जंग लड़ रही है. NRF चरमपंथियों को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए प्रतिबद्ध है. NRF ने एक वीडियो मैसेज जारी किया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें अफगानिस्तान के लोगों से आग्रह किया जा रहा है, वे चुप ना बैठे. एक अलग ऑडियो मैसेज में NRF नेता अहमद मसूद (Ahmad Massoud) ने स्पष्ट किया कि उनका संघर्ष किसी विशिष्ट जातीय समूह या भूगोल के लिए नहीं है, बल्कि अफगानिस्तान की पूर्ण स्वतंत्रता के लिए है.
एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल से लैस हुआ एनआरएफ
सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रही कुछ तस्वीरों से पता चलता है कि तालिबान के वाहनों को तबाह करने के लिए NRF के लड़ाकों के पास अब एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) है. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि मिसाइलों को अडवांस्ड टारगेटिंग सिस्टम के साथ लैस किया गया है, जो टारगेट को निशाना बनाने तक उसका पीछा करती हैं. तालिबान की सत्ता में वापसी से पहले से ही नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स ने उसके खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था. पंजशीर घाटी NRF का इलाका हुआ करता था, जहां पर इसकी पकड़ मजबूत थी. लेकिन तालिबान ने धीरे-धीरे यहां तक भी अपनी पहुंच बना ली.