तालिबान ने दुकानों पर लगे पुतलों के किए सिर कलम, बताया गैर इस्लामी
अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिल जाएगी तो वे और ज्यादा कड़े प्रतिबंध लगाएंगे।
अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद तालिबानी आतंकी लगातार दकियानूसी आदेश दे रहे हैं। तालिबान ने दुकानों पर लगे मॉडल्स के पुतलों को 'इस्लाम के प्रति अपमानजनक' बताते हुए उनके सिर कलम कर दिया। सोशल मीडिया में शेयर किए जा रहे वीडियो में नजर आ रहा है कि अज्ञात लोग मॉडल्स के पुतलों के सिर को कलम कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग वहां खड़े हैं जो अल्लाह हू अकबर के नारे लगा रहे हैं।
वीडिया में नजर आ रहा है कि जमीन पर कम से कम 10 सिर कटे हुए पड़े हैं। इससे पहले पिछले सप्ताह हेरात प्रांत में दुकानों में लगे पुतलों के सिर को काट देने का आदेश जारी किया गया था। दरअसल, तालिबा ने इन पुतलों को 'मूर्ति' करार दे दिया है जो उनके मुताबिक गैर इस्लामी है। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक पुतलों के सिर को काटने का आदेश तालिबान सरकार ने जारी किया है जो इस्लाम की बेहद कड़ी व्याख्या करके उसको देश में लागू कर रही है।
प्रत्येक पुतले की कीमत 100 या 80 या 70 डॉलर
इससे पहले तालिबान ने पूरी तरह से इन पुतलों को दुकानों से हटाने के लिए कहा था लेकिन दुकानदारों ने शिकायत की कि इससे उनका बिजनस पूरी तरह से ठप हो जाएगा और वे तबाह हो जाएंगे। शिकायतों को सुनने के बाद तालिबानी मंत्रालय के प्रमुख शेख अजीज उ रहमान ने व्यवस्था दी कि केवल सिर को कलम कर दिया जाए। वहीं अफगान व्यापारियों का कहना है कि सिर काटने के बाद भी उनको काफी नुकसान होगा, वह भी तब जब अफगान अर्थव्यवस्था लगभग तबाह हो चुकी है।
अफगान व्यापारी अब्दुल वदूद फैज जादा ने इटली के अखबार रिपब्लिका से कहा कि इन पुतलों का सिर ढंक देना चाहिए था, न कि उन्हें काट देना चाहिए था। उन्होंने कहा, 'प्रत्येक पुतले की कीमत 100 या 80 या 70 डॉलर होती है और इनके सिर को काट देने से उनको गंभीर वित्तीय नुकसान होगा।' वहीं मोहम्मद युसूफ कहते हैं, 'तालिबान नहीं बदले हैं। एक बार फिर से प्रतिबंध लगने जा रहे हैं।' उन्होंने कहा कि जब तालिबान को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिल जाएगी तो वे और ज्यादा कड़े प्रतिबंध लगाएंगे।