अफगानिस्तान पर तालिबान का हमला, 16 सुरक्षाकर्मियों की मौत
इस बांध को अफगान-भारत मैत्री बांध कहा जाता है।

पश्चिमी हेरात प्रांत के सलमा बांध के पास एक सुरक्षा चौकी पर तालिबान के हमले में कम से कम 16 सुरक्षाकर्मी मारे गए। द खामा प्रेस ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से बताया कि पश्चिमी अफगानिस्तान में हेरात प्रांत के चिश्ती शरीफ जिले में हरि नदी पर स्थित सलमा बांध पर रविवार रात को तालिबान ने हमला किया। सूत्रों ने दावा किया कि चौकी और उसके उपकरणों पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है। इस बांध को अफगान-भारत मैत्री बांध कहा जाता है।
सलमा बांध की जल भंडारण क्षमता 640 मिलियन क्यूबिक मीटर है और हेरात के चिश्ती शरीफ जिले से ईरान सीमा पर जुल्फिकार क्षेत्र तक 2,00,000 एकड़ खेत की सिंचाई क्षमता है। यह बांध हाल के वर्षों में अफगानिस्तान में भारत की सबसे महंगी ढांचागत परियोजना रही है। तालिबान और सरकारी अधिकारियों दोनों ने इस मामले पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
अफगानिस्तान में हिंसा में वृद्धि देखने को मिली
इस बीच, अफगान बलों ने उन सभी जिलों पर फिर से कब्जा करने की आवश्यकता व्यक्त की है, जिनपर हाल ही में तालिबान ने कब्जा जमा लिया हैं। अफगान कमांडो बलों के कम से कम 10,000 सदस्य देश भर में तालिबान के खिलाफ अभियान में लगे हुए हैं। बता दें कि हाल ही में तालिबान ने सरकार के खिलाफ अपना आक्रमण तेज कर दिया है। ZW3पश्चिमी हेरात प्रांत के सलमा बांध के पास एक सुरक्षा चौकी पर तालिबान के हमले में कम से कम 16 सुरक्षाकर्मी मारे गए। द खामा प्रेस ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से बताया कि पश्चिमी अफगानिस्तान में हेरात प्रांत के चिश्ती शरीफ जिले में हरि नदी पर स्थित सलमा बांध पर रविवार रात को तालिबान ने हमला किया। सूत्रों ने दावा किया कि चौकी और उसके उपकरणों पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है। इस बांध को अफगान-भारत मैत्री बांध कहा जाता है।