ताइपे: ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा है कि हम उम्मीद करते हैं कि दुनिया जैसे यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के लिए रूस पर प्रतिबंध लगा रही है वैसे ही ताइवान पर चीनी आक्रमण को लेकर चीन पर प्रतिबंध लगाएगी। बता दें कि ताइवान भी रूस पर पश्चिमी देशों के नेतृत्व वाले प्रतिबंधों में शामिल हो गया है।
वू ने कहा है कि भविष्य में चीन अगर हमें बलपूर्वक धमकी देता है या फिर हम पर आक्रमण करता है तो हम निश्चित रूप से यह आशा करते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ताइवान को समझ सकता है और उसका समर्थन कर सकता है और चीन के आक्रामक व्यवहार को प्रतिबंधित कर सकता है।
यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से ताइवान ने अपना अलर्ट स्तर बढ़ा दिया है। चीन द्वारा इस तरह के कदम उठाने को लेकर ताइवान पहले से अधिक सावधान हो गया है। हालांकि ताइवान सरकार ने तुरंत में चीनी हमले के कोई संकेत नहीं दिए हैं।
हालांकि चीन ने लगातार कहा है कि ताइवान चीन का हिस्सा है और एकदिन चीन के साथ एकीकृत होकर रहेगा। चीन सरकार ने कहा है कि यह एकीकरण शांतिपूर्ण तरीके से होगा लेकिन चीनी नेताओं ने लगातार ताइवान पर हमले की धमकी भी दी है।
हाल ही में वू ने एक इंटरव्यू में कहा था कि ताइवान और भारत के क्षेत्रों पर चीन का दावा बेतुका है। उन्होंने कहा था कि चीन ऐसे दावे कर रहा है जो यथास्थिति के खिलाफ है। इतना ही नहीं ये दावे सिर्फ बेतुके नहीं बल्कि बेहद खतरनाक भी हो सकते हैं। वू ने ताइवान को लेकर कहा था है कि चीन हम कर कोई शर्त नहीं लगा सकता और कह सकता है कि हमें मानना होगा कि हम चीन का हिस्सा हैं।