राष्ट्रपति को लेकर दिया ऐसा बयान मच गया बवाल, राजदूत तलब किए गए
हंगामा मचना शुरू हो गया.
नई दिल्ली: जर्मनी नेता वोल्फगैंग कुबिकी के तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन को लेकर एक विवादित बयान ने बवाल मचा दिया है. जिसके बाद तुर्की के विदेश मंत्रालय ने जर्मन राजदूत को तलब किया है. दरअसल, जर्मनी नेता वोल्फगैंग कुबिकी (Wolfgang Kubicki) ने राष्ट्रपति एर्दोगन की तुलना सीवर के चूहे से करते हुए विवादित बयान दिया, जिसके बाद हंगामा मचना शुरू हो गया.
तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस मामले में कहा कि चुनाव कैंपेन में अपनी स्पीच के दौरान जर्मन फेडरल पार्लियामेंट के उपाध्यक्ष वोल्फगैंग कुबिकी की ओर से दिए गए आपत्तिजनक बयान की तुर्की निंदा करता है.
तुर्की विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वोल्फगैंग कुबिकी का इस तरह का बयान उनके राजनीतिक और नैतिक स्तर को दर्शाता है, साथ ही उनकी असभ्यता को भी दिखाता है.
जर्मनी में राज्य चुनावों में अपनी पार्टी के लिए कैंपेन करते हुए वोल्फगैंग कुबिकी ने सोमवार को कहा था कि सीवर के चूहे एर्दोगन की वजह से जर्मनी में आ रहे शरणार्थियों को अब जगह नहीं देगा
वहीं विवाद बढ़ने के बाद वोल्फगैंग कुबिकी ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से इस बारे में बात की. न्यूज एजेंसी से वोल्फगैंग कुबिकी ने चुनाव कैंपेन के दौरान एर्दोगन पर की गई टिप्पणी की पुष्टि की.
न्यूज एजेंसी से जर्मन नेता ने एक पॉपुलर एनिमेशन फिल्म 'Ratatouille' का उदाहरण देते हुए कहा कि एक सीवर का चूहा छोटा और प्यारा होता है, लेकिन इसी के साथ वह काफी चतुर और चालाक भी होता है.
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है, जब जर्मन नेता वोल्फगैंग कुबिकी का विवादों से नाता रहा हो. कुछ समय पहले रूस प्रेम दिखाकर भी मुसीबत में पड़ गए थे. दरअसल, जिस समय यूक्रेन से जंग की वजह से रूस कई देशों का प्रतिबंध झेल रहा है, उस समय उन्होंने रूस और जर्मनी के बीच गैस पाइपलाइन को फिर से शुरू करने के लिए कहा था, जिसपर उनकी पार्टी में भी विवाद छिड़ गया था.
जर्मनी की गठबंधन सरकार के समर्थन वाली फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी ( एफडीपी ) के नेता कुबिकी ने कहा कि साल 2015 में एर्दोगन ने तुर्की के लिए एक अच्छा सौदा किया था, जिसमें वे यूरोपीय संघ में प्रवेश करने वाले शरणार्थियों की संख्या पर अंकुश लगाने के लिए सहमत हुए थे.
जर्मन के नेता ने कहा कि लेकिन हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि एक बार फिर बाल्कन मार्ग के जरिए (तुर्की से) आने वाले शरणार्थियों की संख्या एक बार फिर तेजी से बढ़ रही है, जो जर्मनी की विदेश और घरेलू नीति के लिए एक चुनौती है.
बता दें कि तुर्की में राष्ट्रपति के सम्मान को ठोस पहुंचाना अपराध माना जाता है. ऐसे में जर्मनी नेता ने जिस तरह से एर्दोगन के खिलाफ बयान दिया है, यह तुर्की के अनुसार, बेहद निंदनीय है. इसी वजह से इस बयान पर जमकर हंगामा भी हो रहा है.