भारतीय दूतावास पहुंचे यूक्रेन में फंसे स्‍टूडेंट, सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाया गया

Update: 2022-02-24 13:46 GMT

रूस के हमले के कारण कई भारतीय यूक्रेन में फंसकर रह गए हैं, इसमें बड़ी संख्‍या में भारत के स्‍टूडेंट शामिल हैं जो पढ़ाई के लिए इस मुल्‍क गए हैं. इनकी उम्‍मीद भारत सरकार पर टिकी हुई है और उन्‍हें उम्‍मीद है कि सरकार उनकी सुरक्षित 'घरवापसी' का इंतजाम करेगी. संकट के बीच कई भारतीय, यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास भी पहुंचे और वहां अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया. सूत्रों ने बताया कि गुरुवार सुबह बड़ी संख्‍या में भारतीय छात्र कीव में दूतावास के आगे जमा हो गए. स्वाभाविक तौर पर सबको दूतावास में जगह नहीं दी सकी.इसलिए आसपास के सुरक्षित जगहों पर उन्हें रखा गया है, इसमें कुछ वक्त लगा. अब कोई भी भारतीय नागरिक बाहर नहीं फंसा है. जैसे ही नए स्‍टूडेंट आ रहे हैं, उन्हें सुरक्षित जगहों पर ले ज़ाया जा रहा है. दूतावास की ओर से यूक्रेन में स्‍टूडेंट्स सहित भारतीय नागरिकों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जा रही है.

यूक्रेन में भारत के राजदूत ने गुरुवार को उस देश में भारतीयों से अपील की कि वे वर्तमान स्थिति का सामना शांत रहकर और धैर्य के साथ करें. पार्थ सत्पथी ने यूक्रेन में भारतीयों के लिए जारी एक संदेश में कहा कि स्थिति ''अत्यधिक तनावपूर्ण और बहुत अनिश्चित'' है और यह बहुत चिंता का कारण बन रही है. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और दूतावास इस कठिन परिस्थिति का समाधान खोजने के लिए 'मिशन मोड' पर काम कर रहे हैं. वर्तमान में 20,000 भारतीय यूक्रेन में हैं जिनमें अधिकतर छात्र हैं.

उन्होंने कहा, ''मैं कीव से आपसे सम्पर्क कर रहा हूं. आज सुबह हम सभी इस खबर के साथ जागे कि यूक्रेन पर हमला हो गया है. स्थिति अत्यधिक तनावपूर्ण और बहुत अनिश्चित है और इससे निश्चित रूप से बहुत चिंता उत्पन्न हो रही है.''राजदूत ने कहा, ''हवाई क्षेत्र बंद है, रेलवे की समयसारिणी अनिश्चित है और सड़कों पर भीड़भाड़ है. मैं सभी से शांत रहने और स्थिति का सामना धैर्य के साथ करने का अनुरोध करता हूं.' 

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